सीहोर, अनुराग शर्मा| सरकार के द्वारा मंडी एक्ट (Mandi Act) खत्म नहीं करने और वेतन भत्ते पेंशन नहीं देने पर शुक्रवार से मंडी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कृषि उपज मंडी कार्यालय के सामने धरना देकर क्रमिक भूख हड़ताल (Strike) शुरू कर दी। अधिकारियों कर्मचारियों ने धरना स्थल पर गांधी जी की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित कर रघुपति राजा राम सीएम को सदबुद्धी दे भगवान गाकर गांधी जी को नमन किया।
संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय आहवान पर अनिल बगेरिया और मोहन सिंह सोनग्रहा के द्वारा भूख हड़ताल की गई। हड़ताली अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राधेश्याम मेहर ने कहा की हम अकेले नहीं है एग्रीकल्चर मण्ड बोर्ड,म.प्र.कर्मचारी कांग्रेस आफिसर्स एम्पलाईज एसो.मंडी कर्मचारी महासंघ म.प्र .अजाक्स शाखा मण्डी बोर्ड प्रांतीय,मण्डी बोर्ड कर्मचारी एकता मंच आदि हमारे साथ है। सरकार वेतन भत्ते एवं पेंशन की व्यवस्था नहीं करती है तो जल्दी हीं प्रदेश की 259 मंडियां,298 उपमंडिया ,13 तकनीकी कार्यालय ,7 आंचलिक कार्यालय में ताले डलने की नौबत आ जाएगी। गांधी जयंती 2 अक्टुबर से कमिक भूख हडताल शुरू कर दी है। अनिश्चित कालीन सत्याग्रह भी किया जाएगा। उन्होने ने कहा की वर्तमान में प्रदेश की 190 मंडियों में आय और आवक शून्य हो चुकी है। कर्मचारियों को वेतन भुगतान करना भी काफी मुश्किल हो गया है। मांग पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
हड़ताल में मनोज स्वरूप, नंदलाल मोर्य, कैलाश सिंह जारविया, बने सिंह मेबाड़ा, मनोज सिंह ठाकुर, अगहरउल्ला खान,अभिषेक सोनकर, रोहित मरकाम, रमेश डोहर, सतीष भिलाला, मोहनलाल शर्मा, शरद जैन, लाड़ सिंह, प्रेमनारायण शर्मा, उमाशंकर शर्मा, दीपक यादव, अनीता सूर्यवंशी,उषा तेकाम, जगदीश मोर्य संतोष कुमार राठौर ,चंदा शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, नंदलाल मोर्य ,मोहन किशोर माहेश्वरी आदि शामिल रहे।