शहडोल, डेस्क रिपोर्ट। ट्रेन में सफर कर रहे बीएसएफ के प्रधान आरक्षक ने कभी सोचा नहीं होगा कि घर जाने के लिए उनका यह सफर आखरी सफर होगा, मामला शहडोल रेल्वे स्टेशन का है, दरअसल शहडोल आरपीएफ को सूचना मिली कि ग्वालियर से रवाना हुई ट्रेन क्रमांक 20808 हीराकुण्ड एक्सप्रेस के कोच क्रमांक बी-3 यात्रा के दौरान BSF के प्रधान आरक्षक की तबियत अचानक खराब हो गई है जिसके बाद ट्रेन जैसे ही शहडोल स्टेशन पर पहुंची, पहले से प्लेटफॉर्म पर मौजूद डाक्टर्स और रेल स्टाफ ने प्रधान आरक्षक श्रीरामुलू को ट्रेन से बेहोशी की हालत में नीचे उतारा लेकिन उन्हे अस्पताल ले जाया जाता उससे पहले ही प्लेटफॉर्म पर उन्होंने दम तोड़ दिया।
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प्रधान आरक्षक श्रीरामुलू ग्वालियर में पदस्थ है और यहाँ से वह छुट्टी लेकर आंध्रप्रेदश अपने घर जा रहे थे, शासकीय रेल पुलिस के अनुसार उनकी ट्रेन से उतारने के बाद ह्दय गति रुक जाने से मौत होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि मृतक श्रीरामुलू पुत्र मद्दी अप्पलारामु निवासी जंगुसलापेटा, पोस्ट अक्कुलापेता अमदालाबालासा जिला श्रीकाकुलम आंध्रप्रेदश हीराकुंड एक्सप्रेस के कोच क्रमांक बी-तीन से बीमारी की हालत में जीआरपी ने नीचे उतारा और उसके बाद उसे कछवाह कैंटीन के सामने मौत हो गई। मौत ट्रेन यात्रा के दौरान बीमारी या हार्ट अटैक हुई है। इसकी जांच की जा रही है पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है, वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल टेकनपुर जिला ग्वालियर (मप्र) में प्रधान आरक्षक थे। रेल्वे स्टेशन ग्वालियर से विशाखापट्टनम की यात्रा में टायलेट के पास लेट कर रहे थे। घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई है और शव उन्हें सौंपने की कार्यवाही की जाएगी। डाक्टर के अनुसार मृतक बीमार थे और उन्हें रास्ते में ही अटैक आया होगा। इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कर दी जाएगी।