Shahdol News: शहडोल जिले में रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रैक्टर ने रोके जाने पर ब्यौहारी थाने में पदस्थ ASI महेंद्र बागरी को बेरहमी से कुचल दिया। इस हादसे के बाद बागरी की मौके पर ही मौत हो गई। एएसआई की मौत के बाद पूरे प्रदेश में इस बात की चर्चा हो रही थी। इस बीच मोहन सरकार का एक्शन नजर आया है। सरकार ने एएसआई के हथियारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया है।
एक्शन में मोहन सरकार, ASI के हत्यारों पर प्रकरण दर्ज…@DrMohanYadav51 @ADGP_Shahdol @JansamparkMP #Shahdol pic.twitter.com/TL4Qv81kbT
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) May 5, 2024
दरअसल बागरी रविवार की रात करीब एक बजे वारंटी आरोपी को पकड़ने के इरादे से बडौली गांव गए थे। इस दौरान उन्हें रेत का अवैध परिवहन करता हुआ एक ट्रैक्टर दिखा जिसे जब उन्होंने रोका तो ड्राइवर चलते ट्रैक्टर को बागरी की तरफ करके कूद गया और ट्रैक्टर के नीचे ASI बागरी आ गए, जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जीतू पटवारी का सरकार पर निशाना
अब इस हादसे को लेकर कांग्रेस मध्य प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर निशाना साधा है। इतना ही नहीं उन्होंने उनके ऊपर कराई जा रही एफआईआर का हवाला देकर सरकार से माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
पटवारी ने X (पहले ट्विटर) पर किए अपने इस पोस्ट में लिखा कि “राजनीतिक दुर्भावना से FIR करवाने जैसा शौक यदि माफिया के खिलाफ भी हो जाए, तो कुछ हद तक तो ऐसी हत्याएं रोकी जा सकती हैं!”, इतना ही नहीं उन्होंने सीएम मोहन यादव पर भी इस हादसे को लेकर घेरा है। उन्होंने लिखा कि “शर्म इस बात की है कि गृहमंत्री के रूप में अब आपको शर्म भी नहीं आ रही है! पद पर बने रहने का आपका यह शौक, बेकसूर परिवारों को कब तक शोक में डूबने के लिए मजबूर करेगा?”
#शहडोल में रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने अब ब्यौहारी थाने में पदस्थ ASI महेंद्र बागरी को भी कुचल दिया है! इस दर्दनाक हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई है!@DrMohanYadav51 जी,
राजनीतिक दुर्भावना से #FIR करवाने जैसा शौक यदि माफिया के खिलाफ भी हो जाए, तो कुछ हद तक… pic.twitter.com/eQxV5dV4Mr— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 5, 2024
पहले भी हो चुके हैं मामले
हालांकि, यह रेत परिवहन से मौत का कोई पहला मामला नहीं है, अभी कुछ दिन पहले ही डबरा तहसील के पिछोर इलाके में अवैध रेत का परिवहन कर रहे डंपर ने एक महिला को बेरहमी के साथ कुचल दिया था। हालात यह थे कि महिला के अवशेषों को उठाने तक के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी थी। बावजूद इसके शासन प्रशासन इन अवैध मौत के औजारों पर लगाम लगाने में विफल सा नजर आ रहा है।