शहडोल, अखिलेश मिश्रा। पुलिस के द्वारा विगत महीनों से गांजे के अवैध तस्करों एवं नशीली दवाई के कारोबारियों पर शिकंजा कसते हुए लगातार कार्रवाई की जा रही है । बीते कुछ महीनों में अवैध नशे का व्यापार करने वाले न केवल स्थानीय अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई बल्कि अंतर्जिला एवं अंतर्राज्यीय व्यापारियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक शहडोल सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के नेतृत्व में अवैध गांजा तस्करों एवं विक्रेताओं पर अनवरत् रूप से जारी कार्रवाई के चलते एक राज्य से दूसरे राज्य परिवहन करने वाले तस्करों को अपना मार्ग बदलने पर विवश होना पड़ रहा है। इसके साथ ही अवैध गांजे के व्यापार की पूरी श्रंखला को ध्वस्त करने का प्रयास शहडोल पुलिस द्वारा बेहद प्रतिबद्धता के साथ सतत् तौर पर किया गया।
गांजे के अंर्तराज्यीय तस्करों को थाना देवलोंद में गिरफ्त में लिया गया है। आरोपियों के पास से लगभग 61.56 किलोग्राम 10 लाख रूपये की कीमत का अवैध गांजा जब्त किया गया है। गत दिवस थाना देवलोंद में मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि ब्यौहारी की ओर से एक सिल्वर रंग की मारूति सुजूकी स्विफ्ट कार में कुछ व्यक्ति गांजा लेकर देवलोंदकी तरफ आ रहे हैं।
सूचना विश्वसनीय होने पर थाना देवलोंद पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घेराबंदी करने हेतु पुलिस स्टाफ के साथ रीवा-शहडोल मेन रोड, अम्बार13 तिराहा के पास पहुंची। थोड़ी देर में ही एक सिल्वर कलर की मारूती सुजूकी स्विफ्ट कार जिसका रजिस्ट्रेशन क्र. यू.पी.44 के 4470 था, आते हुए दिखी। पुलिस को देखकर वाहन सवार व्यक्तियों द्वारा दूर से ही गाड़ी को रोककर उसे बैक कर भागने का प्रयास किया गया, तब पुलिस स्टाफ की मदद से उसे घेराबंदी कर तुरंत दबोच लिया गया। गाड़ी में कुल 04 व्यक्ति सवार थे।
पूछताछ करने पर गाड़ी चालक ने अपना नाम रामचन्द्र वर्मा पिता रामकृपाल वर्मा (कुर्मी) उम्र 25 वर्ष निवाती गोहानी थाना आसपुर देवसरा जिला प्रतापगढ़ (उ.प्र) बताया। इसी प्रकार अन्य व्यक्तियों ने नाम कमलेश कुमार पिता सीताराम चमार उम्र 23 वर्ष निवासी राजाबाजार थाना महराज गंज जिला जौनपुर (उ.प्र. ) रामसिंह वर्मा पिता रामतमकल वर्मा (कुर्मी) उम्र 25 वर्ष व जयहिन्द गुप्ता पिता अमृतलाल गुप्ता उम्र 22 वर्ष निवासी राजाबाजार थाना महराज गंज जिला जौनपुर (उ.प्र.)बताये।
पुलिस द्वारा पकड़े गए वाहन की तलाशी ली गई। आरोपी रामचन्द्र वर्मा के कब्जे से वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट एवं प्रदूषण सटिफिकेट मालिक विवेक सिंह के नाम से तथा वाहन के बीमा के दस्तावेज गुरूदीप सिंह के नाम से मिला। इसके अलावा मोबाईल, आधार कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस एवं वोटर आईडी कार्ड पृथक से मिला। वाहन की तलाशी में पीछे डिग्गी में चौड़े सेलो टेप के अंदर सफेद पन्नी के 12 पैकेटों में मादक पदार्थ गांजा मिला। सभी 12 पैकेटों को खोलकर तौलने पर कुल 61.56 किलोग्राम कीमती लगभग 10 लाख रूपये का गांजा पाया गया।
इतनी बड़ी मात्रा में उक्त गांजा रखने एवं परिवहन करने के संबंध में चारों व्यक्तियों से वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया जिस पर उनके द्वारा किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं दिये गए । उक्त गांजा अवैध होने से उसकी विधिवत् जब्ती कर कब्जे में लिया गया। चारों आरोपियों के विरूद्ध अवैध गांजा रखने एवं परिवहन करने पर थाना देवलोंद में धारा 8, 20 एनडीपीएस एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से वीवो कंपनी एंड्राईड मोबाईल, एक सैमसंग कीपेड मोबाईल एक जीवी कंपनी का मोबाईल, मारूती सुजूकी कार क्र. 44 के 4470 एवं अवैध गांजा कुल 61.56 किलोग्राम जब्त कर लिया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पहले भी दो तीन बार जंगल के रास्तों का इस्तेमाल करते हुए जगदलपुर से गांजा ले जा चुके हैं । इस बार जाते समय ये लोग इलाहाबाद, रीवा शहडोल, पेंड्रा, बिलासपुर, रायपुर होते हुए जगदलपुर पहुंचे थे। वे उक्त गांजे को जगदलपुर (छ.ग.) से प्रतापगढ़ ( उ.प्र.) ले जा रहे थे, परंतु शहडोल पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस अधीक्षक शहडोल द्वारा उक्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जावेगा। वहीं सीएम ने बताया कि बीते महीनों में लाखों रूपयों का गांजा बरामद करते हुए संलिप्त अपराधियों के खिलाफ स्पष्ट और व्यापक रणनीति के तहेत कार्रवाई कराई गई है। मादक पदार्थो के विक्रय से अवैध धन कमाकर ऐशोआराम की जिंदगी जीने वाले अवैध कारोबारियों को सलाखों के पीछे देखकर आम जनता के बीच एक सुरक्षा का एहसास पैदा हुआ है। भविष्य में भी नशे के कारोबारियों के खिलाफ शहडोल पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेंगी।
उक्त संपूर्ण कार्रवाई में थाना देवलोंद के प्रभारी निरीक्षक जालम सिंह मरावी, सउनि सुशील कुमार तिवारी, आरक्षकगण विनोद तिवारी, सुखेन्द्र त्रिपाठी, शांति लाल सोलंकी, प्रदीप द्विवेदी, मनीष सिंह, उदय रावत, रेयाज खान, मनोहर ओसारी सहित थाना देवलोंद के अन्य स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।