भोपाल/शहडोल।
लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में अब कई मुकाबले काफी रोचक होने वाले हैं। चुनावी समर में नेताओं का दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। हाल ही में विंध्य क्षेत्र का लोकप्रिय चेहरा और कांग्रेस की कद्दावर महिला नेता हिमाद्री सिंह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है। उन्हें शहडोल से भाजपा का संभावित चेहरा माना जा रहा है। वहीं, वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह का टिकट इस बार कटना तय है। हिमाद्री के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा था। क्योंकि वह कांग्रेस की ओर से इस बार संभावित प्रत्याशी थीं। लेकिन कांग्रेस ने उनके जाने के बाद बीजेपी की पूर्व विधायक प्रमिला सिंह को मैदान में उतारने का पूरा मन बना लिया है। यहां 29 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। ऐसे में दोनों महिला नेत्रियों के बीच कड़ा मुकाबले देखने को मिलेगा।
दरअसल, कांग्रेस बीजेपी की पूर्व विधायक प्रमिला सिंह को हिमाद्री के खिलाफ उतारने के मूड में नजर आ रही है। शहडोल आरक्षित सीट है। विधानसभा में शहडोल के जयसिंहनगर से टिकट बीजेपी ने प्रमिला का टिकट काट दिया था। जिससे नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी। अब हिमाद्री के बीजेपी में जाने से प्रमिला का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक इस बार यहां कांग्रेस को जीत मिलने के आसार हैं। ज्ञान सिंह के खिलाफ आदिवासी मतदाताओं में काफी नाराजगी है।
कौन हैं हिमाद्री सिंह
दो बार कांग्रेस के पूर्व सांसद दलवीर सिंह और राजेश नंदिनी की बेटी, हिमाद्री सिंह ने 2016 के शहडोल संसदीय उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के ताकतवर आदिवासी नेता और पूर्व-सांसद ज्ञान सिंह से हार गईं थीं। 20 मार्च को उन्होंने भोपाल में भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्या हालिस की।
कौन हैं प्रमिला सिंह
प्रमिला सिंह ने जयसिंहनगर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में 2013 के विधानसभा चुनाव जीता था (शहडोल लोस निर्वाचन क्षेत्र बनाने वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों में से एक), लेकिन जयसिंहनगर सीट से भाजपा के टिकट से वंचित होने के ठीक बाद 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गईं। वह अब शहडोल लोस निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट के लिए सबसे आगे हैं। शहडोल लोकसभा सीट जो चार जिलों में फैली है, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया और कटनी में कांग्रेस और बीजेपी ने छह-छह बार जीत दर्ज की है।
बीजेपी थिंक टैंक इस सीट से एक नए और मजबूत उम्मीदवार के लिए विचार कर रहा है, इस तथ्य को भी ध्यान में रखते हुए कि 2014 में सीट से पार्टी की जीत का अंतर जो 2.5 लाख था, 2016 के उपचुनाव में बेहद कम हो गया था। कांग्रेस के राज्य मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता की भी यही राय है, ” कांग्रेस पार्टी शहडोल सीट जीतने जा रही है, टिकट का वितरण केंद्रीय समिति करेगी और अगर प्रमिला सिंह को टिकट दिया जाता है तो वह जीत सकती है चुनाव”।