शहडोल, अखिलेश मिश्रा। कोरोना काल में विषम परिस्थितियों से जूझ रहे ग्रामीण जिला प्रशासन द्वारा ऋण माफी की खबर सुनते ही परिवार सहित कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए। देखते ही देखते कलेक्ट्रेट परिषर में ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया । कुछ लोगों ने भ्रम फैला दिया था कि माइक्रो प्लान के द्वारा जो छोटे-छोटे ऋण वितरित किए गए हैं, सरकार उन्हें माफ करने जा रही है । लेकिन कुछ देर बाद जब उन्हें मालूम हुआ कि किसी ने इनके साथ भद्दा मजाक किया है । तो वे भड़क गए , इतना ही नही ऋण माफी के नाम पर कुछ लोगों ने ग्रामीणों से 200 रुपए का प्रोफार्मा तक बेच डाले । यह सब कहीं और नही बल्कि कलेक्ट्रेट परिषर में चलता रहा । जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला के प्रशानिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश दी और भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही, तब जाकर ग्रामीण शान्त हुए और निराश होकर अपने घर को लौट गए । इस दौरान सोसाल डिस्टेंसिंग की जमकर मखौल उड़ाया गया ।
कलेक्ट्रेट में लगा मेला, ऋण माफी की खबर सुनते ही उमड़े ग्रामीण,सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
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