शिवपुरी, मोनू प्रधान। शिवपुरी जिले के मणि खेड़ा बांध के सभी 10 गेट एक बार फिर खोल दिए गए हैं, जिसके चलते सिंध नदी में जलस्तर एक बार फिर बढ़ने की आशंका है। गेट खोले जाने से सिंध नदी के किनारे बसे तटवर्ती गांवो में एक बार फिर खतरे की आशंका बढ़ गई है। अशोकनगर और गुना क्षेत्र में हुई बारिश का असर अब शिवपुरी जिले में भी दिखाई दे रहा है। दरअसल सिंध नदी का उद्गम स्थल गुना जिले में ही है और सिंध नदी में अशोकनगर व गुना में हो रही बारिश के चलते एक बार फिर उफान आ गया है। इसके चलते शिवपुरी जिले में सिंध नदी पर बने मणि खेड़ा डैम के सभी 10 गेटों को एक बार फिर खोल दिया गया है।
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बांध के गेट खोले जाने के बाद एक बार फिर तेजी के साथ शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड जिलें के सिंध नदी के जल स्तर में वृद्धि होने की पूरी संभावना है, जिसके चलते नदी के तटवर्ती गांवो में एक बार फिर जल स्तर बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन एहतियात के तौर पर कदम उठा रहा है। बाढ़ में डूबने की आशंका वाले सभी गांवों को खाली करा लिया गया है, और उसके सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। इसके साथ-साथ मुनादी आदि के माध्यम से हुई लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि वे इस बात को लेकर सतर्क रहें कि नदी का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार पूरी स्थिति की मॉनीटिरिंग कर रही है और सेना भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सारे हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं और अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।