शिवपुरी, मोनू प्रधान। शिवपुरी (Shivpuri) जिले के लिए अभिशाप ही कहा जाएगा कि आज भी कुपोषण (malnutrition) के दंश से जिले भर में कई आदिवासी परिवार जहां भूखा मरने की कगार पर हैं । वहीं उनके मासूम बच्चे कुपोषण की चपेट में आकर अल्प समय में ही काल के गाल में समा रहे हैं। एक ओर प्रशासन जहां योजनाओं के क्रियान्वयन को पूर्ण दर्शाता है तो वही दूसरी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan)के स्वर्णिम मध्यप्रदेश को भी कहीं ना कहीं यह कुपोषण मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है।
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वही इस तस्वीर को आप देख रहे हैं जिसमे अपनी मां की गोद में बेठी 1 वर्षीय लक्ष्मी । पिता का नाम चंद्रभान आदिवासी। पता कोलारस अनुविभाग का रिझारी गांव हाल निवासी कोलारस। शानिवार की शाम लक्ष्मी की मां गीता आदिवासी उसे लेकर कोलारस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी। जहां डॉक्टर ने उसकी गंभीर हालत को देखकर शिवुपरी रैफर कर दिया। शिवपुरी में उसे PICU में भर्ती किया गया, बताया गया है कि लक्ष्मी का पिता शिवपुरी में इलाज से संतुष्ट नही था इस कारण वह बच्ची को वापस अपने घर ले आया। और घर पर ही कुपोषित बच्ची ने दम तोड़ दिया।