शिवपुरी, शिवम पाण्डेय। शिवपुरी (Shivpuri) में एसडीओपी (SDOP) ने एक नाबालिग बच्ची को देह व्यापार (prostitution) के चंगुल से बचाया। दरअसल बच्ची घर में झगड़ा कर घर से भाग गई थी। जिसके बाद एक महिला के झांसे में आने से वह रेड लाइट एरिया में आ गई। जहां से पुलिस द्वारा उसे सुरक्षित निकाल लिया गया।
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जानकारी के अनुसार पोहरी कस्बे से 3 दिन पूर्व गायब एक नाबालिग बच्ची गायब हुई थी। जिसकी सूचना पोहरी एसडीओपी निरंजन राजपूत को मिली थी। सूचना में बताया गया था कि नाबालिक बच्ची रेड लाइट एरिया में है। जिसके बाद एसडीओपी द्वारा रात्रि गश्त के दौरान संबंधित शतं पर सर्चिंग की गई और सूचना की तस्दीक हेतु महिला उपनिरीक्षक प्रियंका पाराशर एवं देहात थाना बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां से बच्ची को मुक्त कराया गया।
इस तरह पहुंची थी रेड लाइट एरिया
बच्ची ने जानकारी देते हुए बताया कि वह कक्षा दसवीं की छात्र है और स्कूल जाने को लेकर उसका उसकी मम्मी से झगड़ा हो गया था। उसके बाद गुस्से में आकर वह बस में बैठकर शिवपुरी बस स्टैंड आ गई। जहां पर उसे एक प्रीति नाम की महिला मिली और जिसने उसे उसके घर चलने को कहा। साथ ही अच्छे कपड़ों और रहन-सहन का लालच भी दिया। जिसके बाद नाबालिग उसके झांसे में आ गई और उसके घर चली गई। जहां पर उसने देखा एक दादी और एक गुंजन नामक महिला भी वहां रहती है। जिसने नाबालिग बच्ची से जबरदस्ती देह व्यापार करने की बात कही। वहीं नाबालिग द्वारा इंकार करने पर उसे मारा पीटा गया और दिल्ली भेजने बेचने की योजना बनाई गई।
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि जब इस मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची। जहां से बच्ची को सुरक्षित निकल लिया गया। साथ ही थाना पोहरी पुलिस ने नाबालिग बच्ची के बयान के आधार पर प्रीति, गुंजन और लौंगश्री बेड़िया पर देह व्यापार अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया है।