सीधी| पंकज सिंह |कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (Ajay Singh) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है| उन्होंने कहा कोरोना महामारी के बाद मजदूरों पर जो कहर बरपा है उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान (Shivraj SIngh Chauhan) को इस्तीफा दे देना चाहिए | श्री सिंह ने कहा कि आजादी के बाद हुये इस सबसे बड़े पलायन के बाद यह साफ हो गया है कि सिर्फ लॉकडाउन लगाकर प्रधानमंत्री ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली | वे इस संकट से उपजी स्थितियों को संभालने में पूरी तरह विफल रहे |
श्री सिंह ने कहा कि सबसे शर्मनाक उनके रेल मंत्री पीयूष गोयल का बयान है जिन्होंने बेशर्मी के साथ कहा कि इस देश में कोरोना संकट के दौरान कोई मजदूर भूखा नहीं रहा |
पीयूष गोयल पर झूठ बोलने का मुकदमा दर्ज हो
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल पर उनके शर्मनाक बयान कि लॉकडाउन के दौरान देश का कोई मजदूर भूखा नहीं रहा, पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए और राष्ट्रपति को तत्काल उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए |
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मजदूरों को राहत देना तो दूर केंद्रीय रेल मंत्री ने झूठ बोलकर कि देश का मजदूर भूखा नहीं रहा, यह बताया है कि मोदी सरकार की कमजोर वर्ग और मजदूरों के प्रति क्या सोच है | देश अमीरों का अरबों रुपया माफ करने वाले मोदीजी ने लॉकडाउन के दौरान मजदूरों सहित पूरे देश को अपने हाल पर छोड़ दिया है | उन्होने कहा कि लॉकडाउन के बाद पूरा देश तो प्रधानमंत्री ने बंद कर दिया | लोगों से कहा जो जहां है वहीं रहे लेकिन इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें रोज कमाने खाने वाले मजदूरों की चिंता करना थी उसे उन्होने नजरंदाज कर दिया | मजदूरों के सब्र का आलम पहले लॉकडाउन के बाद टूटा जब उनके पास खाने और बच्चों को पालने के सारे साधन खत्म हो गये | अपने आप को विकास पुरुष कहने वाले मोदी सिर्फ और सिर्फ देश को डराने का काम करते हैं | किसी भी शासक के लिए यह शर्मनाक है कि उसके देश का सबसे कमजोर तबका खाने, रहने और आने जाने के लिए मोहताज मजबूर हो जाये | देश के करोड़ों मजदूर अपने घर जाने के लिए मोहताज हो गये तो उनका जज्बा देखिये कि वे मोदी को धता बताकर पैदल चल दिये | श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश को 15 साल में बर्बाद करने वाले शिवराजसिंह चौहान सिर्फ टी0वी0 पर दिखने का अभियान छेड़े रहे और मध्यप्रदेश का मजदूर सड़कों पर, रेल की पटरियों पर कटता मरता रहा |