सीधी, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chouhan) ने बुधवार को सीधी (Sidhi bus accident) नहर हादसे में मारे गए और जीवित बचे हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री अब तक रामपुर नैकिन, चुरहट, पचोखर, पड़रिया, कुकरझर,संझहा, गांधीग्राम, गाढ़ा खोह, बुदरहा, अमहवा सहित कई गांव पहुंचकर मृत व्यक्तियों के परिवारजनों से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर चुके है एवं सहायता राशि 7 लाख रुपए के चेक प्रदान कर चुके है। अब मुख्यमंत्री रात 10:00 बजे कलेक्टर ऑफिस सीधी में आईजी और कमिश्नर के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक लेंगे। इस बैठक में इस बात की पूरी संभावना है कि कई अधिकारियों के ऊपर गाज गिर सकती है।
दरअसल सीएम को करीब एक दर्जन जगह पर दौरे के बाद जो फीडबैक मिला है उसमें परिवहन विभाग के साथ-साथ सड़क निर्माण से जुड़े हुए विभाग व जिला प्रशासन व पुलिस की भी गलती समझ में आई है। यह बड़ा सवाल खड़ा हुआ है कि आखिरकार जब 32 सीटर बस को जब केवल 75 किलोमीटर तक सफर का परमिट मिलने की अनुमति है तो इस बस को 138 किलोमीटर तक का परमिट कैसे मिल गया? इसके साथ-साथ बस का जिस सड़क से गंतव्य मार्ग था वह गंतव्य मार्ग बेहद जीर्णशीर्ण स्थिति में पहुंच गया है और इसकी बड़ी वजह वहां पर डंपरो का व्यापक रूप से आवागमन है। खराब रास्ता होने के कारण लोग नहर वाला शॉर्ट रूट चुनते हैं जिसके कारण यह हादसा हुआ। लेकिन जिस सड़क से आवागमन होना चाहिए और जिस पर चलने की भी स्थिति नहीं है वहां टोल लगातार वसूला जा रहा है, इस बात की शिकायत भी मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंची है। आखिरकार वहां पर क्यों जिला प्रशासन ने कार्यवाही नहीं की यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है। मुख्यमंत्री इस मैराथन दौरे के साथ-साथ अब बैठक के समय प्रदेश में यह भी संदेश देना चाहते हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही लोगों की जान के साथ नहीं होगी और इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कई आला अधिकारियों पर, जिसमें कई विभाग के अधिकारी हो सकते हैं, सख्त कार्रवाई की जाए।