सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार। मध्य प्रदेश (MP) की शिवराज सरकार (Shivraj Government ) ने सिंगरौली जिले (Singrauli District) से एक अति महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है। पायलट प्रोजेक्ट (pilot project) के तहत शुरू की गई इस योजना का नाम फोर्टीफाइड चावल वितरण योजना (fortified rice distribution scheme) रखा गया है और इसकी शुरुआत प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री की। इस दौरान खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह (Bisahulal Singh) ने कहा मिलावट करोगे तो छोड़ेंगे नहीं हालांकि सिंगरौली से कोई शिकायत नहीं है।
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मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार लगातार इस दिशा में प्रयास कर रही है कि प्रदेश से कुपोषण और एनीमिया जैसे कलंक को मिटाया जा सके इसी दिशा में मध्य प्रदेश सरकार ने फोर्टीफाइड चावल वितरण योजना शुरुआत की है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे प्रदेश के 3 जिले भिंड, अनूपपुर और सिंगरौली में शुरू किया गया है। आज इसकी शुरुआत सिंगरौली से खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ने एक क्लिक के माध्यम से शुरू किया इस दौरान भाजपा सांसद सहित जनप्रतिनिधि बैढन के सामुदायिक भवन में मौजूद रहे।
इस चावल के बारे में खाद्य मंत्री ने बताया कि मोदी सरकार ने एक सर्वे में पाया था कि मध्य प्रदेश के सिंगरौली, अनूपपुर, भिंड जिले में एनीमिया से ग्रसित लोगों की संख्या ज्यादा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर यहां यह योजना शुरू की गई है इस योजना में मिलने वाला चावल राशन की दुकानों के माध्यम से चिन्हित ग्रामीणों को बांटा जाएगा ताकि जहां भी एनीमिया की समस्या है उसे दूर किया जा सके अगर प्रोजेक्ट सफल रहता है तो आने वाले समय में इसे पूरे प्रदेश में जहां-जहां एनीमिया की समस्या है वहां लागू किया जाएगा।
बातचीत में खाद्य मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार की यह भी बताया कि सरकार की योजना है कि मिलावट रहित खाद्य तेल भी राशन की दुकानों से उपलब्ध करवाया जाए साथ ही मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार इस दिशा में योजना बना रही है कि हितग्राहियों को राशन की दुकान ना आना पड़े बल्कि उनके घर पहुंचाया जा सके।