सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। रीवा सर्किट हाउस में शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम देने वाला महंत को सिंगरौली (Singrauli) पुलिस ने गिरफ्तार कर रीवा पुलिस के हवाले कर दिया है, आपको बता दे कि महंत सीताराम दास महाराज रीवा के सर्किट हाउस में एक नाबालिक छात्रा के साथ अपने साथियों के साथ मिलकर सामुहिक बलात्कार किया था।
आपको बता दें कि जैसे ही यह घटना रीवा में आग की तरफ फैली महंत व उसके साथी फरार हो गए, लेकिन मोरवा एसडीओपी राजीव पाठक, विन्ध्यनगर थाना प्रभारी उमेश प्रताप सिंह व उनकी टीम ने गुप्त सूत्रों के आधार पर सिंगरौली में गिरफ्तार कर रीवा पुलिस को हवाले कर दिया है, नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को उत्तरप्रदेश भागने से पहले ही सिंगरौली पुलिस द्वारा काफी चतुराई से गिरफ्तार करने के बाद हर तरफ सिंगरौली पुलिस को धन्यवाद दे रहे हैं वही एक बार फिर सिंगरौली पुलिस ने यह साबित कर दिया कि आरोपियों का इनसे बच पाना नामुमकिन है।
बता दें कि रीवा शहर के सरकारी सर्किट हाउस में महंत सहित चार लोगों पर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप लगे हैं। वहीं पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। अभी तक के वाकये में हिस्ट्रीशीटर विनोद पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि तीन की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि घटना 28 मार्च की शाम की है जब आरोपी एनेक्सी भवन रूम नंबर 4 में ठहरा हुआ था। आरोपी की पहचान कथा वाचक महंत सीताराम दास महाराज सहित 3 अन्य के रूप में की गई है। जिसके बाद हिस्ट्रीशीटर बदमाश द्वारा लड़की को झांसा देकर उस रूम में लाया गया। बदमाश ने किशोरी को कहा था कि महंत के विशेष आशीर्वाद से उस कन्या के काम बन जाएंगे।
वहीं पीड़िता के बयान के मुताबिक पहले उसे शराब पिलाई गई और बाद में उसे कमरे में बंद कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। जानकारी के मुताबिक कमरा हिस्ट्रीशीटर के नाम पर ही बुक था। एक बयान के मुताबिक महंत सहित तीन लोग उस कमरे में शराब पी रहे थे। पीड़िता को भी शराब पिलाने की कोशिश की गई तो उसने मना कर दिया तो कमरे में उसके साथ ज्यादती की गई। वही महंत ने अपने सहयोगियों से पीड़िता को घर छोड़ आने के लिए कहा। साथ ही उसे कुछ भी किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई। 29 की शाम जब पीड़िता अपने घर सतना पहुंची तो उसने पिता को सारी जानकारी दी। जिसके बाद पिता द्वारा रीवा के सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”