भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा (health care) संबंधित बड़ी और अच्छी खबर आई है। मध्य प्रदेश के तीन बड़े संभागों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब विशेषज्ञों (expert) की सेवाएं उपलब्ध होंगी। टेलीमेडिसिन (telemedicine) के द्वारा ये सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके चलते क्षेत्रीय लोगों को छोटी बीमारियों (desease) के लिए बड़े अस्पतालों (hospitals) में समय और पैसा बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। टेलीमेडिसिन की सेवा निजी एजेंसी (private agency) के माध्यम से उपलब्ध करवाई जाएंगी जिसके जरिये एजेंसी के विशेषज्ञ जयपुर और हैदराबाद से ही पीएचसी (primary health care) डॉक्टरों से सम्बंधित मरीजों की मदद कर सकेंगे।
प्रदेश के तीन बड़े संभाग, सागर, रीवा और जबलपुर में ये टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की जा रही है। इसके तहत 515 पीएचसी केंद्रों में ये सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ और मेंडिसन विशेषज्ञ की सेवाएं टेलीमेडिसिन के माध्यम से दी जाएंगी।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक छवि भरद्वाज ने बताया कि इस नई सेवा के लिए निजी एजंसी का चुनाव हो चुका है। 2 से 3 महीने के भीतर ये सुविधा पीएचसी में प्रदान की जाने लगेगी। आगे उन्होंने टेलीमेडिसिन सेवा के लागू हो जाने से किस तरह के फायदे होंगे ये भी बताया।
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जानिए पूरी प्रक्रिया: सबसे पहले मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी बीमारी डॉक्टर को बताएगा। डॉक्टर आवश्यकता अनुसार उस बीमारी के विशेषज्ञ से बात करेंगे। विशेषज्ञ द्वारा दी गयीं जांचों एवं दवाइयों को मरीजों के फ़ोन पर एसएमएस के द्वारा भेज जाएगा। मरीज जाकर ये दवाइयां कसी भी उपचार केंद्र से ले सकते हैं।