water of Bilawali and Piplyapala ponds: मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नई रिपोर्ट के अनुसार, बिलावली और पीपल्यापाला तालाबों का जल अब ‘ए’ ग्रेड में है, जिसका मतलब है कि इस जल को पीने के लिए सिर्फ थोड़े ही ट्रीटमेंट की जरूरत है। यह एक और कदम है जो रामसर साइट की सुरक्षा में सुधार कर रहा है। जानकारी के अनुसार सामान्य ट्रीटमेंट के बाद इस पानी का इस्तेमाल पीने के लिए किया जा सकता है।
तालाबों की गुणवत्ता में सुधार, पानी पीने के लिए योग्य
पिछले कुछ सप्ताहों में सिरपुर और यशवंत सागर के साथ, अब पीपल्यापाला और बिलावली तालाबों का भी जल विशेषज्ञों के अनुसार ‘ए’ ग्रेड में आया है। इसका मतलब है कि इन तालाबों का पानी सामान्य ट्रीटमेंट के बाद भी पीने लायक है। इसमें टीडीएस (टोटल डिजॉल्व्ड सॉलिड) और ऑक्सीजन की मात्रा भी सुरक्षित है, जो कि ताजगी और शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
बिलावली तालाब में टीडीएस भी बहुत कम
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, टीडीएस प्रति लीटर 300 एमजी से कम होना चाहिए, और बिलावली तालाब में यह 250 से कम है। पीपल्यापाला तालाब का टीडीएस भी 200 से 350 के बीच है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन तालाबों का जल स्वास्थ्य की स्थिति के लिए ठीक है व पीने योग्य है।
ओक्सीजन और जलीय जीवों में भी इजाफा
इन तालाबों के पानी में ऑक्सीजन भी विशेषज्ञों के द्वारा स्वीकृत मात्रा से अधिक है, जो इसे जलीय जीवों के लिए अधिक सुरक्षित बनाता है। बारिश के दौरान भी तालाबों में ओक्सीजन की मात्रा में वृद्धि हुई है। इससे तालाबों में जलीय जीव की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
शहर के अन्य तालाबों में भी सुधार
सिरपुर और यशवंत सागर के बाद, नगर निगम ने हाल ही में लिंबोदी, छोटा बिलावली, पीपल्याहाना, बड़ा बांगड़दा, तलावली चांदा और टिगरिया बादशाह तालाबों का जल भी जांचा था। इन तालाबों का पानी भी पहले से बेहतर है, और ऑक्सीजन, अमोनिया, फास्फोरस, नाइट्रेट, और शैवाल के स्तर में भी सुधार हुआ है।