टीकमगढ़/आमिर खान
देश भर में जहां कोरोना की महामारी है, ऐसे में ग्रामीण अंचलों में भूखमरी जैसे स्थिति निर्मित होना लाजमी है। ताजा मामला टीकमगढ़ जिले के जतारा विधानसभा के ग्राम जरुआ से सामने आया है जहां भूख के चलते पति पत्नी ने दम तोड़ दिया है। मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन के अधिकारी गांव में पहुंच गए हैं और जांच शुरू कर दी गई है। इन मौतों के बाद से यह अंदाजा साफ लगाया का सकता है कि इन दिनों टीकमगढ़ जिले में ग्रामीण अंचलों की हालात कितनी खराब है।
टीकमगढ़ जिले के जरूआ के रहने वाले सुखदास चढ़ार की मौत 25 तारीख को होना बताई जा रही है, तो वहीं उसकी पत्नी लक्ष्मी की मौत 19 तारीख को होने की जानकारी सामने आई है। इनके जाने के बाद इनके चार बच्चों के सिर से मां बाप का साया उठ गया है। बताया जा रहा है कि मृतक दंपति के पास जो खेती की जमीन थी उसे उन्होने गिरवी रखा था, साथ ही जो राशन का गेहूं मिला था, उसे बेचकर कुछ इलाज के लिए पैसा खर्च कर दिया था जिससे इनके ऊपर और आर्थिक संकट गहरा गया था। इस वजह से इनके घर में खाने के लाले पड़ गए थे।
गांव के लोगों का कहना है कुछ दिनों से गांव के लोग इनकी मदद कर रहे थे। वहीं मृतक दंपति के बच्चों ने भी भूख से मां बाप की मौत होना कही है। इनकी एक बच्ची ने बताया कि हमारे घर कुछ भी खाने को नहीं था और हम लोग भूखे रहते थे, लेकिन गांव के लोग खाना देते थे, उससे मां और पापा हम लोग का पेट भरकर खुद भूखे सो जाते थे, यही वजह है जिससे वो हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए हैं।
मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। जतारा तहसीलदार सतीश वर्मा का कहना है कि मै अभी गांव पहुंचा हूं, जांच शुरू कर दी है, जांच के बाद ही कुछ बोल पाऊंगा।