उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। आज होली (Holi) के त्यौहार (festival 2022) की शुरुआत धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) से हो गई है। यहाँ सबसे पहले होली के त्यौहार की शुरुआत विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) से हुई। बाबा महाकाल (Baba Mahakal) के दरबार में होली का उत्सव मनाया गया। सुबह चार बजे भस्मारती में पण्डे पुजारियों ने महाकाल के साथ होली खेली।
हजारों की संख्या में भक्तो ने भक्ति में लीन होकर अबीर गुलाल और फूलो के साथ होली मनाई। बाबा का दरबार रंगों से सराबोर नजर आया। रंगों के त्यौहार होली पर आज सुबह चार बजे महाकाल मंदिर में भस्मारती में देश के कोने कोने से आए भक्तो ने होली खेली। यहाँ परंपरा अनुसार भस्मारती में बाबा महाकाल को रंग गुलाल लगाया गया। श्रद्धालु और पण्डे पुजारियों ने आरती में अबीर गुलाल और फूलो के साथ होली खेली।
देश विदेश से कई भक्त उज्जैन में मनाई जाने वाली इस होली को देखने के लिए आते है। आरती के समय बाबा के भक्तो पर भी होली का रंग चढ़ा महाकाल मंदिर में भस्मारती में होली का पर्व मानाने की परंपरा सनातन काल से चली आ रही। यहाँ सबसे पहले बाबा महाकाल के आँगन में होली उत्सव की शुरुआत होती है और उसके बाद देश भर में होली मनाई जाती है।