Jagannath Rath Yatra Ujjain: उज्जैन में 20 जून को हर साल निकाली जाने वाली इस्कॉन मंदिर की जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया जाने वाला है। इस यात्रा के साथ सात दिवसीय जगन्नाथ उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। जिसके अंतर्गत कई तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 28 जून को वापसी रथ यात्रा निकाली जाएगी और भक्त पलक पांवड़े बिछा कर रथ यात्रा का स्वागत कर पुष्प वर्षा करेंगे।
20 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा
इस्कॉन मंदिर द्वारा आयोजित की जाने वाली यह 17 वीं वार्षिक रथयात्रा है। जिसमें श्री जगन्नाथ बलदेव और सुभद्रा महारानी को रथ में विराजित कर 20 जून दोपहर 2 बजे बुधवारिया से रथ यात्रा शुरू होगी। जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए शाम 6:30 बजे भरतपुर इस्कॉन मंदिर पहुंचेगी।
मंदिर में स्थित गुंडिचा में रक्त का आगमन किया जाएगा और पूरे यात्रा मार्ग में भक्तजन सोने की झाड़ू से मार्ग बुहारते हुए दिखाई देंगे। रथ यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में भक्त और कलाकार भगवान की भक्ति में डूबे दिखाई देंगे और हरे राम, हरे राम, हरे कृष्ण, हरे हरे का जय घोष हर और गूंज उठेगा। रथ यात्रा मार्ग में कई समाजों संस्थाओं द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जाएगा।
रथ यात्रा का शेड्यूल
रथ यात्रा के दिन सुबह 11 बजे वरिष्ठ भक्तों के प्रवचन रखे गए हैं।
11:30 बजे श्री विग्रह और पांडु विजय की रथ पर स्थापना की जाएगी।
12:30 बजे महाआरती का आयोजन होगा।
1 बजे श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का गुणगान शुरू होगा और 1:30 बजे विशेष आरती की जाएगी।
2 बजे रथ को खींचना शुरू किया जाएगा, जिसके आगे सोने की झाड़ू से सफाई पूरे मार्ग में की जाएगी।
शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए शाम 6:30 बजे गुंडिचा में रथ का आगमन होगा।
रथ के गुंडिचा में पहुंचने के बाद शाम 6:30 बजे महाभंडारा रखा गया है और सात दिवसीय उत्सव के तहत प्रतिदिन सुबह 7:00 से 9:00 तक और शाम 5:30 से रात 9:00 बजे तक हरिनाम संकीर्तन, भागवत कथा, रंग मंच प्रस्तुति, सांस्कृतिक कार्यक्रम और व्यंजन उत्सव समेत कई आयोजन होंगे।