Vikram University Ujjain: विक्रम विश्वविद्यालय में डेढ़ साल पहले हुई पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली और नंबर बढ़ाने के लिए आंसर शीट में की गई छेड़छाड़ के मामले में अब लोकायुक्त को जांच शुरू हो चुकी है। 2022 में हुई इस परीक्षा को लेकर कांग्रेस नेता द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद अब शिकायतकर्ता और कुलसचिव के बयान लिए गए हैं।
Vikram University पीएचडी परीक्षा में धांधली
पीएचडी प्रवेश परीक्षा में हुई धांधली की शिकायत कांग्रेस नेता बबलू खींची ने लोकायुक्त में दर्ज करवाई थी। इसी के आधार पर यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ प्रशांत पौराणिक के बयान दर्ज किए गए हैं।
मामले में पौराणिक का कहना है कि जांच समिति को dare दस्तावेज उपलब्ध करवा दिए गए हैं और वो आगे की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। वहीं शिकायतकर्ता के कहना है की डेढ़ साल पहले मैंने शिकायत दर्ज करवाई थी।
ये है मामला
लोकायुक्त में जो शिकायत दर्ज करवाई गई है, उसमें बताया गया है कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कुलसचिव ने बच्चों के कोर्स वर्क परीक्षा करवाई और जाम समिति की जांच में यह सामने आया था कि ओएमआर शीट पर डबल गोले दागे गए थे।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि मध्य प्रदेश विश्वविद्यालय अधिनियम, एआईसीटीई और यूजीसी के विनियमों और अध्यादेशों का घोर उल्लंघन करते हुए आंसर शीट के साथ छेड़छाड़ कर फेल परीक्षार्थियों को पास करने जैसा फर्जीवाड़ा किया गया है। इस तरह का कृत्य होनहार और भोले-भाले छात्रों के भविष्य के साथ धोखाधड़ी करना है।
इस मामले में मुख्यमंत्री राज्यपाल डीजीपी और यूजीसी को शिकायत भेजी गई थी। शिकायतकर्ता ने फर्जीवाड़ा करने वालों पर सक्षम धाराओं में एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी और जिन कागजों में धांधली हुई है वह भी उपलब्ध करवाए गए थे।