आपको बता दें कार्तिक मेला मैदान पर हुई जनसभा में कई कलाकारों ने 11 अक्टूबर के दिन अपनी कला की प्रस्तुति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष दी। जानकारी के मुताबिक, कैलाश खेर ने प्रस्तुति के बाद उद्बोधन में लोगों से कहा कि संगीत और अध्यक्ष को एक साथ लाना मेरा सपना था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको पूरा कर दिखाया मैं नमन करता हूं, यह ऐतिहासिक पल है, श्री महाकाल लोग उज्जैन वह नगरी है जो सप्त ऋषि यों ने बनाई है।
इसके अलावा कल महाकाल लोक के लोकार्पण के खास अवसर पर पूरे उज्जैन में जश्न का माहौल बना रहा। कई जगह आतिशबाजी होने के साथ रामघाट पर मां शिप्रा की भव्य आरती की गई। साथ ही लेजर शो भी किया गया। इस कार्यक्रम में कल लाखों भक्त जुटे थे। कई फोटो वीडियो में सभी के नजरें कैद हुए। खास बात ये है कि टावर चौक पर आतिशबाजी की गई। करीब आधे घंटे तक ये आतिशबाजी चली। वहीं आधे उज्जैन को रोशन किया गया था।
ऐसा है महाकाल स्तुति गान –
भारत मध्ये स्वयंभू ज्योतिर्लिग, यजामहे,
हे पारब्रह्म परमेश्वर शिव शंभू, दयामहे।
शिप्रा तट पर अवंतिका, उज्जयिनी नगरी,
महादेव के मनन में, है मगन सगरी।
मां हरसिद्धिपीठ कालिका, विराजे,
शिव शिव जापे, आठ पहर चौसठ घड़ी।
याचक शीश निवाते, यक्ष दक्ष करें भस्म आरती,
श्रृंगार दर्शन, ऋषि मुनि ध्यानी हर हर हर,
करें भस्म लेपन, बाजे झांझ मजीरा डमरू, मृदंग,
तगघड़ान घिडनक तक नकधुम, तिटकत गदीगन धा।।
जय श्री महाकाल, जय जय श्री महाकाल..!