उज्जैन।
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में लोकायुक्त की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने एक पटवारी को दस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।आरोप है कि पटवारी आवेदक से प्लाट के नामांकन को लेकर रिश्वत मांग रहा था।टीम ने पटवारी द्वारा लिए गए ढाई हजार रुपए नकद बरामद कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण पंजीबद्घ किया है।
दरअसल, मंगला ग्राम निवासी लखन सिंह अपने पिता के नाम पर दर्ज प्लाट का नामांकन करवाने आवेदन लेकर हल्का नंबर 3 के पटवारी आर सी बामनिया पास गया था। जहां पटवारी बामनिया ने काम जल्द करने के एवज में लाखन सिंह से पहले 10000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी । इसकी शिकायत लाखन ने लोकायुक्त की टीम से की। इसके बाद टीम ने पहली किस्त देने के दौरान आरोपी आर सी बामनिया को ₹2500 रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया और आईपीसी की धाराओं के तहत प्रकरण कर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।कार्रवाई में डीएसपी शैलेंद्रसिंह ठाकुर के नेतृत्व में आरक्षक ईश्वर चंदाना, मोहम्मद कासिफ, नीरजकुमार व सहायक ग्रेड-3 रमेश डाबर की सक्रिय भूमिका रही।
वही पुलिस से जांच में सामने आया है कि पटवारी बामनिया के पास पांच-पांच हलकों का प्रभार था, जबकी एक पटवारी के पास केवल एक ही हलका होता है।साथ ही कामकाज के लिए उसने संघवी बुक डिपो के समीप सरदारपुरा में एक मकान भी किराए से ले रखा था। जहां से वह कार्यालय संचालित कर रहा था। यहां प्रशिक्षु दो पटवारी उसके पास प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहे थे।टीम ने पटवारी द्वारा लिए गए ढाई हजार रुपए नकद बरामद कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण पंजीबद्घ किया है। हालांकि कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद जमानत लेकर छोड़ भी दिया।