उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) उज्जैन (Ujjain) के महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र में बनाए गए महाकाल लोक (Mahakal Corridor) का उद्घाटन करने के लिए पहुंचने वाले हैं। जिला प्रशासन जोर शोर से इस कार्यक्रम की तैयारी में जुटा हुआ है। प्रदेश शासन की ओर से महाकाल मंदिर में होने वाली परंपरागत पूजन की जानकारी पीएमओ (PMO) कार्यालय पहुंचा दी गई है। अभी पीएमओ कार्यालय से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी प्रशासन के पास नहीं पहुंची है।
जानकारी के मुताबिक यह कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 5:30 बजे यहां पहुंचेंगे और बाबा महाकाल का पूजन अर्चन करेंगे। यही वजह है कि संध्या के समय होने वाली आरती पूजन की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचा दी गई है। ये जानकारी मिलने के बाद ही पीएमओ की ओर से प्रधानमंत्री के आने और सभी कार्यक्रमों का समय निर्धारित किया जाएगा।
जिला प्रशासन की ओर से महाकालेश्वर मंदिर के पंडे पुजारियों से चर्चा करने के बाद ही यह जानकारी भेजी गई है। 5 बजे के बाद भगवान महाकालेश्वर को जल अर्पित नहीं किया जाता है। इसके बाद पूजन का क्रम शुरू हो जाता है और भगवान का श्रृंगार किया जाता है। श्रृंगार करने के बाद संध्या आरती की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर 4:55 तक भी मंदिर पहुंच जाएंगे तो वह बाबा महाकाल को जल चढ़ा सकेंगे।
सालों से चले आ रहे नियम के मुताबिक शाम 5:00 बजे के बाद बाबा महाकाल को जल नहीं चढ़ाया जाता और 5:30 बजे तक शासकीय पुजारी संध्या पूजन करते हैं और उसके बाद बाबा महाकाल का श्रृंगार शुरू होता है। श्रृंगार खत्म होने के पश्चात 6:30 बजे संध्या आरती की तैयारी शुरू की जाती है।