उज्जैन में पुजारी की बेटी के साथ हुआ दुष्कर्म, कई महीनों से युवक कर रहा था पीड़िता को परेशान

उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन जिसे महाकाल की नगरी माना जाता है, वहां से एक बहुत ही शर्मनाक घटना सामने आई है ।  21 फरवरी को दोपहर करीब 3:00 बजे बीकॉम की छात्रा कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी, जिसके बाद उसके पड़ोस में रहने वाले मोहम्मद जैद ने उसके साथ चाकू के नोक पर जबरदस्ती करने कि कोशिश की।

दरअसल पीड़िता उज्जैन के प्रतिष्ठित पुजारी की बेटी है, और फिलहाल बीकॉम फर्स्ट ईयर कि छात्रा भी है। उसके साथ एक युवक द्वारा दुष्कर्म का मामला सामने आया। जिसके बाद हिंदू संगठन पीड़ित छात्रा और उसके परिवार को लेकर थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।  युवती का कहना है कि पिछले कई महीनों से युवक लगातार उसके साथ छेड़खानी कर रहा था। उसने सोशल मीडिया पर भी उसे काफी स्टॉप करता था और उसे मैसेज भेजता रहता था।  एक दिन तो उसने अपनी हदें पार कर, कॉलेज के बाहर से उसे जबरदस्ती एक होटल में ले गया और वहाँ उसके साथ अपने घिनौने काम को अंजाम दिया।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"