Ujjain News: काल गणना के केंद्र माने जाने वाले उज्जैन में 30 मुहूर्त के साथ समय बताने वाली विश्व की पहली वैदिक घड़ी (Vedic clock) की स्थापना की जाने वाली है। यह घड़ी बनकर तैयार हो गई है जिसमें द्वादश ज्योतिर्लिंग, नव ग्रह, राशि चक्र और देश-दुनिया में होने वाले खूबसूरत सूर्यास्त-सूर्यग्रहण के नजारे दिखाई देने वाले हैं।
इस घड़ी के नजारों को एक एप्लीकेशन के जरिए भी स्मार्ट वॉच या मोबाइल में देखा जा सकता है। इसके के लिए नासा से मदद ली गई है। उज्जैन की जीवाजी वेधशाला यानी जंतर मंतर में इस घड़ी की स्थापना की जाने वाली है। 23 मार्च 2023 को गुड़ी पड़वा के मौके पर इस वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया जाएगा।
एक करोड़ 58 लाख की लागत से तैयार किए जा रहे इस क्लॉक टावर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। वैदिक काल गणना के सिद्धांतों पर चलने वाली इस घड़ी में हर रोज देश विदेश में अलग-अलग समय पर होने वाले सूर्योदय के नजारे स्क्रीन पर नजर आएंगे। वैदिक घड़ी की एप्लीकेशन में विक्रम पंचांग मौजूद रहेगा जो सूर्योदय, सूर्यास्त के साथ ग्रह योग, चंद्र की स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, भद्रा, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराएगा।
टावर पर लगेगा टेलीस्कोप
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस टावर के ऊपर टेलीस्कोप भी लगवाया जाएगा ताकि रात के समय आकाश में जो घटनाएं होती हैं, उन्हें देखा जा सके। इस टावर का निर्माण उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा तैयार की गई डिजाइन के मुताबिक नगर निगम द्वारा कराया जा रहा है। यहां पर विक्रमादित्य शोध पीठ की ओर से घड़ी की स्थापना की जाएगी।