Ujjain: आज हरि को सृष्टि का भार लौटाएंगे हर, साल में एक बार दिखाई देता है ये अद्भुत नजारा

Diksha Bhanupriy
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उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन (Ujjain) में आज एक अद्भुत नजारा देखने को मिलने वाला है। यहां पर आज रात हरि से हर का मिलन (Harihar Milan) होगा। प्रजा के सामने आज हर यानी भगवान महाकालेश्वर हरि यानी द्वारकाधीश को सृष्टि का भार वापस सौंप देंगे। साल भर में एक बार यह अनुपम दृश्य देखने को मिलता है।

कथाओं के मुताबिक देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक का समय ऐसा होता है जब भगवान विष्णु सृष्टि का भार भोलेनाथ को सौंपकर पाताल लोक में राजा बलि के यहां विश्राम करने के लिए जाते हैं। इस पूरे समय में सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों होता है। देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु का विश्राम खत्म होता है, जिसके बाद शिव उन्हें सृष्टि का भार वापस सौंप देते हैं। आज रात 11 बजे भगवान महाकालेश्वर अपनी पालकी में सवार होकर गोपाल मंदिर पहुंचकर द्वारकाधीश को सृष्टि का भार वापस सौंप देंगे।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।