Mahakal Mandir: 2024 की शुरुआत हो चुकी है और हर साल नए वर्ष की पहले सुबह बड़ी संख्या में दर्शनार्थी बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इस बार भी यही नजारा देखने को मिल रहा है और भस्म आरती में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी बाबा के चरणों में शीश नवाते दिखाई दिए। 2023 के आखिरी दिन यहां पर 3 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे थे और आज का आंकड़ा इससे ज्यादा हो सकता है। अगर आप भी नववर्ष में महाकाल दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आपको किस रास्ते से जाना चाहिए और किस तरह से आप सुविधाजनक तरीके से दर्शन कर सकते हैं।
कहां से मिलेगा प्रवेश
महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश के रास्ते रखे गए हैं। सामान्य श्रद्धालु ज्यादा मंदिर के सामने से कतार में लगकर दर्शन कर सकते हैं। बुजुर्ग एवं दिव्यांगजन प्रशासनिक भवन के सामने से होते हुए अवंतिका द्वारा से प्रवेश कर सकते हैं। वीआईपी प्रवेश गेट बेगम बाग से रखा गया है जहां पर पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है। आपातकालीन द्वार से बड़े गणेश, हरसिद्धि चौराहा होते हुए चार धाम मंदिर की साइड निर्गम द्वार रखा गया है।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई तरह की सुविधा भी की गई है। चार धाम मंदिर से लगाकर त्रिवेणी संग्रहालय के पास तक और महाकाल लोक में ढाई किलोमीटर लंबे मार्ग में चार कतार में बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पूरे मार्ग में रेड कारपेट बिछाया गया है और भजन कीर्तन भी रखा गया है। जूता चप्पल स्टैंड चार धाम मंदिर के पास और पूछताछ काउंटर भी जगह-जगह बनाए गए हैं।
आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चलित शौचालय और पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरा की सहायता से नजर रखी जाएगी। श्रद्धालु आराम से बाबा को निहार सकें इसके लिए जगह-जगह स्क्रीन लगाकर गर्भ गृह से सीधा प्रसारण किया जा रहा है।
40 मिनट में दर्शन
उज्जैन में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं और यह आंकड़ा सिंहस्थ 2016 के पहले शाही स्नान में आए 6 लाख श्रद्धालुओं से ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 12 लाख लोग उज्जैन पहुंच सकते हैं। मंदिर समिति ने 40 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाने का दावा किया है। चार धाम मंदिर, महाकाल लोक, फैसिलिटी सेंटर, टनल और गणेश मंडपम से श्रद्धालु प्रवेश करते हुए बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे और फिर इमरजेंसी गेट से उन्हें बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद हरसिद्धि दे रहा और चार धाम से जूते चप्पल लेकर श्रद्धालु अपने गंतव्य की ओर जा सकेंगे।