Vidisha News: विदिशा (Vidisha) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर 15 साल की लड़की और 17 साल के लड़के को जीआरपी (GRP) पुलिस ने पकड़ा। इसके बाद जब इनसे पूछताछ की गई तो यह सामने आया कि यह दोनों घर से भाग कर शादी करने के लिए सागर जा रहे थे। गलत ट्रेन में चढ़ जाने की वजह से यह विदिशा स्टेशन पर उतरे थे और तभी पुलिस की नजर इन पर पड़ गई। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि लड़की ढाई महीने से प्रेग्नेंट है।
दोनों को पकड़ने के बाद पुलिस ने चाइल्डलाइन की मदद से लड़की की काउंसलिंग करवाई। जिसमें यह सामने आया कि लड़का और उसकी मां लड़की पर शादी का दबाव बना रहे थे। लड़के की मां ने लड़की को यह भी कहा था कि वह उससे शादी कर लेगी तो वह अपने बेटे का धर्म परिवर्तन करवा देगी। इस मामले में लड़की को बाल कल्याण समिति और लड़के को किशोर न्याय बोर्ड को सुपुर्द किया गया है।
लड़की पर बनाया गया दबाव
काउंसलिंग के दौरान लड़की ने जानकारी देते हुए बताया कि वह युवक को 1 साल से जानती है। वो ऑटो चलाता है और उसी के मोहल्ले में रहता है। लड़का नशे का आदी है और चोरी के प्रकरण में जेल भी जा चुका है। लड़की ने बताया कि लड़के की मां ने उस पर शादी के लिए दबाव बनाया था और बताया था कि मुझसे मिलने के बाद वह सुधर रहा है और नशा भी कम करने लगा है।
लड़की ने बताया कि लड़का भी उससे बार-बार कहता था कि तुम मुझसे शादी कर लो, अगर तुम मुझसे शादी कर लोगी तो मैं अपना धर्म परिवर्तन कर लूंगा और लड़के की मां ने भी यही बात कही थी। लड़के के कुछ रिश्तेदार सागर में रहते हैं यह दोनों भाग कर शादी करने के लिए वहीं जा रहे थे। सागर जाने के लिए जिस ट्रेन में यह सवार हुए वह गलत थी जिस वजह से यह विदिशा स्टेशन पर उतर गए। यहां पर सागर जाने वाली ट्रेन के बारे में पूछताछ करते समय जीआरपी ने इन्हें रोका और पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।
लड़की की काउंसलिंग के दौरान यह जानकारी सामने आई कि वह अपनी मां और दो बहनों के साथ रहती है और उसके पिता अपने बेटे के साथ अलग रहते हैं। लड़की की मां अस्पताल में ड्यूटी करती है और अधिकतर समय उनकी नाइट ड्यूटी होती है। लड़की ने यह भी बताया कि जब मां घर पर नहीं होती थी तो लड़का अक्सर घर पर आ जाया करता था और इस बारे में कभी भी उसकी बहनों ने उसे रोक-टोक नहीं की। पकड़े जाने के बाद जब लड़की का मेडिकल टेस्ट करवाया गया तो यह जानकारी लगी की उसे ढाई महीने का गर्भ है।
विदिशा जीआरपी ने लड़के और लड़की से सारी जानकारी लेने के बाद चाइल्डलाइन की टीम को बुलाकर दोनों को उन्हें सौंप दिया। काउंसलिंग करने के बाद पूरा मामला बाल कल्याण बोर्ड विदिशा को बताया गया। बोर्ड ने दोनों के परिजनों से बात की है, लड़की के परिजनों का कहना है कि वह बिना अनुमति के सागर जाने के लिए निकली थी। दोनों को बाल कल्याण बोर्ड भोपाल को सौंप दिया गया है।