Vidisha News: विदिशा नगरपालिका (Vidisha Municipality) ने स्वच्छ सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पहले इंदौर की ह्यूमन मैट्रिक्स सिक्योरिटी कंपनी को जिम्मेदारी देने के बारे में सोचा गया था, लेकिन कंपनी की ओर से रुचि ना दिखाएं जाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। अब इस काम को इंदौर की ही दूसरी कंपनी सिद्धिविनायक वेस्ट मैनेजमेंट को सौंप दिया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत कंपनी को शुरुआत में एक महीने के लिए यह काम दिया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि अगर कंपनी द्वारा ठीक से काम किया जाता है तो इसकी सीमा को बढ़ा दिया जाएगा। जिम्मेदारी दिए जाने के बाद कंपनी ने अपना काम शुरू कर दिया है और नगरपालिका की ओर से सबसे पहले शहर में लगे कचरे के ढेर हटाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी के साथ हर घर से 100% कचरा कलेक्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर यह दो काम हो जाएंगे तो शहर में साफ-सफाई होने के साथ स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में भी सुधार आएगा। विदिशा में जिस कंपनी को काम सौंपा गया है वह खुरई सहित आसपास के इलाकों का काम भी संभाल रही है।
सीएमओ सीपी राय ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले जिस कंपनी से इस काम को संभालने की जिम्मेदारी लेने की बात की गई थी। उसके अधिकारी सर्वे करने के लिए आए थे और अपना खर्चा 4 से 5 लाख रुपए महीना बता रहे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने रुचि नहीं दिखाई और अब सिद्धिविनायक वेस्ट मैनेजमेंट को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसके लिए 1लाख रुपए महीना खर्च होगा।
सर्वे पूरा
कंपनी ने अपना काम शुरू करने से पहले शहर का 8 दिनों तक सर्वे किया है जिसकी रिपोर्ट नगरपालिका को सौंपी गई है। इस सर्वे के दौरान सबसे बड़ी समस्या कचरा कलेक्शन को लेकर सामने आई है। इसके अलावा रोड की सफाई, नाली की सफाई, पुरुषों की प्रतिमाओं का रखरखाव और प्रमुख चौराहों पर होने वाली व्यवस्था को भी ध्यान में रखा गया है।
शहर की रैंकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण में विदिशा नगर पालिका की रैंकिंग की बात करें तो 16 में शहर को 203वीं रैंक मिली थी। 2017 में 173वीं, 2018 में 147वीं, 2019 में 196वीं और 2020 में शहर ने 85वीं रैंकिंग हासिल की थी।