विराट-अनुष्का के घर आई नन्ही परी, कप्तान ने सोशल मीडिया के जरिए साझा की गुड न्यूज

भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान (Indian Cricket Team Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) और बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) ने पैरंटहुड में कदम रख लिया है। आज अनुष्का ने बेटी (Baby Girl) को जन्म दिया है। काफी समय से विराट अनुष्का के साथ ही उनके फैंस भी उनके बच्चे का इंतजार कर रहे थे।  विराट कोहली (Virat Kohli) ने खुद ट्विटर के जरिए अपने पिता (Father) होने की खबर अपने फैंस के साथ साझा की। आज सुबह विराट और अनुष्का (Virat And Anushka) मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy hospital of Mumbai) पहुंचे थे, जहां अनुष्का ने दोपहर में एक बेटी को जन्म दिया। विराट और अनुष्का द्वारा अगस्त 2020 में आने वाले महमान को लेकर अपने फैंस को जानकारी दी गई थी।

वहीं ट्विटर पर जारी किए गए संदेश में विराट कोहली लिखते है कि हमें आपको बताते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि आज दोपहर हमारे घर बेटी (baby girl) का जन्म हुआ है। हम आपके द्वारा दिए गए प्यार, दुआओं और मंगलकामनाओं के लिए शुक्रगुजार है। आगे विराट लिखते है कि अनुष्का और बच्ची दोनों ही स्वस्थ हैं। ये हमारा सौभाग्य है कि हम अब एक नए चैप्टर की शुरुआत करने जा रहे हैं। हमें पूरा यकीन है कि आप लोग समझेंगे कि हमें इस वक्त प्राइवसी की जरुरत है। बता दें कि साल 2017, 11 दिसंबर को विराट और अनुष्का शादी के बंधन में बंधे थे। विराट और अनुष्का की शादी ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। विराट और अनुष्का ने इटली में शादी की थी, जिसमें परिवार और कुछ करीबी दोस्तों को बुलाया गया था।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।