ग्वालियर, अतुल सक्सेना। अरब सागर में बने सिस्टम ने ग्वालियर (Gwalior News) को इन दिनों प्रभावित किया हुआ है नतीजा ये है कि पिछले कुछ दिनों से ग्वालियर के आसमान पर बादल छाए है और रिमझिम बारिश का दौर जारी है। शनिवार को तो दिनभर सूरज के दर्शन ही नहीं हुए। दिन और रात के तामपान का अंतर भी कम होता जा रहा है उधर मौसम विभाग (Meteorological Department) के आने वाले दिनों में सर्दी तेज होने के संकेत दिए हैं।
वैसे तो ग्वालियर की सर्दी दिसंबर में परेशान करती है लेकिन इस बार नवम्बर में ही दिवाली के बाद से गुलाबी सर्दी का दौर शुरू हो गया। पिछले तीन चार दिनों से ग्वालियर में लगातार रिमझिम बारिश हो रही है, बदल छाए हैं। गुरुवार, शुक्रवार को कुछ देर के लिए धूप निकली लेकिन शनिवार को सुबह से ही सूरज के दर्शन नहीं हुए।
सूर्यास्त के समय से पहले ही धुंध छाने लगी, सड़कों पर वाहनों की हेड लाइटें जल गई। लोग गर्म कपड़ों में पैक होकर चलने लगे। मौसम विज्ञान केंद्र ग्वालियर के वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने एमपी न्यूज़ को बताया कि बादल छाने के कारण सर्दी बढ़ रही है रात का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और दिन का 22 डिग्री सेल्सियस है यानि दिन और रात के तापमान मन 5 डिग्री सेल्सियस का अंतर रह गया है।
उन्होंने बताया कि अरब सागर में बने सिस्टम के कारण बारिश हो रही है लेकिन कल रविवार से बदल छटने लगेंगे और मौसम साफ़ होने लगेगा लेकिन इसका असर ये होगा कि सर्दी बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सर्दी और तेज होगी।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....