भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल का पैर हुआ फ्रैक्चर, सीढ़ियों से फिसले थे उपाध्यक्ष

Gaurav Sharma
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अनूपपुर, वेद शर्मा। 27 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनूपपुर में कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल का पैर एक छोटी दुर्घटना में टूट गया था। चुनाव प्रचार में लगातार व्यस्तता के चलते दर्द होने के बावजूद वो चुनाव प्रचार करते रहे। 2 नवम्बर को जब दर्द सहने की क्षमता से अधिक बढ गया तो जिला चिकित्सालय में जांच करवाने पर एक्स रे में पैर मे फ्रेक्चर की पुष्टि हुई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान 27 की रात अनूपपुर में वरिष्ठ नेताओं, प्रवासी कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। इसी दौरान सीढियों पर से पैर फिसलने के चलते रामलाल रौतेल घायल हो गये थे।

भाजपा प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह के पक्ष में प्रचार तथा बूथ स्तर पर संपर्क के लिये कम समय होने के कारण रामलाल रौतेल दर्द निवारक दवाएं खा कर तथा पैर में क्रेप बैण्डेज बांध कर पिछले 6 दिन से चुनाव प्रचार करते रहे। 1 नवम्बर को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन असहनीय दर्द होने पर अगले दिन डॉक्टर आर पी श्रीवास्तव की सलाह पर जिला चिकित्साल में एक्स रे करवाने पर दांए पैर में फ्रैक्चर की पुष्टि की गयी। उनके पैर में प्लास्टर चढाया गया है तथा चिकित्सकों ने उन्हे आराम करने की सलाह दी है।

यह विशेष उल्लेखनीय है कि रामलाल रौतेल पैर में फ्रेक्चर होने के बावजूद पिछले 6 दिन से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार बिसाहूलाल सिंह की विजय सुनिश्चित करने के लिये ग्राम स्तर पर देर रात तक काम करते रहे। इस आपाधापी में उन्हे जांच का अवसर नहीं मिला। पार्टी की रीति – नीति , सिद्धांतों के प्रति ऐसा समर्पण दुर्लभ ही होता है। रामलाल रौतेल के शुभचिंतकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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