शिकायतों पर कार्रवाई ना होने से नाराज कांग्रेस प्रत्याशी अनशन पर बैठने की तैयारी में

अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। अशोकनगर विधानसभा क्रमांक 32 से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनशन पर बैठने की अनुमति की मांग को लेकर एक पत्र दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कांग्रेस प्रत्याशी ने आरोप लगाया है कि उनकी शिकायतों पर उचित कार्यवाही नहीं हो रही है इसलिय स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की संवैधानिक मांग को लेकर वो अनशन पर बैठने की अनुमति चाहती हैं। उन्होने रविवार 25 अक्टूबर को अपने परिवार के साथ अनशन पर बैठने की बात पत्र में लिखी है। कांग्रेस उम्मीदवार ने रिटर्निंग अधिकारी रवि मालवीय पर कई गंभीर आरोप लगाये है।

इस पत्र में उन्होंने अपने द्वारा उठाये गए के 9 अलग अलग मुद्दों एवं शिकायतों का उल्लेख किया है ।उन्होंने लिखा है विगत 14 अक्टूबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सभा से पहले अशोक नगर में अवैध होर्डिंग नगर पालिका की फर्जी अनुमति के साथ सरकारी प्रचार हेतु लगाए गए, साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं के होर्डिंग अभी भी लगे हुए है जिन में अधिकारियों की सांठगांठ से फर्जी अनुमति लगी है। साथ ही उन्होंने पत्र में बताया है कि 17 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के द्वारा पंचायत सचिवों की बैठक वेदांत भवन में बुलाई गई थी, इस संबंध में भी साक्ष्य प्रस्तुत कर शिकायत की गई है लेकिन सामान्य सी धारा 188 लगाकर प्रकरण पंजीबद्ध किया और कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। वहीं 17 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी के नामांकन को लेकर आपत्ति दायर की गई थी उस पर भी बिना कोई जांच-पड़ताल के आपत्ति को खारिज कर दिया गया। वही 18 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी द्वारा कस्तूरी गार्डन में मतदाताओं को भोजन कराकर मतदान को प्रभावित करने का कार्य किया गया। इस मामले में भी प्रशासन द्वारा कोई ठीक कार्रवाई नहीं की गई है। प्रशासन का ऐसा रवैया निष्पक्ष मतदान पर सवालिया निशान खड़े करता है। वहीं कांग्रेस द्वारा 19 अक्टूबर को प्रशासनिक रवैया और रिटर्निंग ऑफिसर रवि मालवीय की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते हुए सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपकर उन्हें हटाने की मांग की गई थी लेकिन आज दिनांक तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। उन्होने कहा कि 20 अक्टूबर को जिला भू अभिलेख अधिकारी द्वारा एक पत्र जारी कर तहसीलदार के माध्यम से समस्त पटवारियों को 3 दिन के अंदर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभ देने को निर्देशित किया गया था, जो कि आर्थिक लाभ द्वारा मतदाताओं को लुभाने का तरीका है जबकि आचार संहिता प्रभाव सील है और यह खुले तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है । वही दिनांक 23 अक्टूबर को सामान्य प्रेक्षक महोदय को अवैध होर्डिंग हटाने और फर्जी अनुमति के संबंध में जांच के लिए आवेदन दिया गया था इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि 22 अक्टूबर को हाईकोर्ट गाइडलाइन के अंतर्गत शिवराज सिंह चौहान की शाढोरा में होने वाली आम सभा की अनुमति रद्द होने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी द्वारा विधानसभा के शाढोरा तहसील में आम सभा करके जनता को संबोधित किया गया, इसकी शिकायत भी प्रेक्षक महोदय को की गई है लेकिन इस मामले में भी अभी तक कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली है। आज 24 अक्टूबर को कचनार के पटवारी कालूराम मेहरा के प्रतिनिधि द्वारा गांव में जाकर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के फार्म भरे जा रहे थे और राशि का लालच देकर भाजपा को वोट करने का दबाव बनाया जा रहा था। ऐसे कई मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रशासन की कार्यप्रणाली इस चुनाव में कई सवालिया निशान खड़े कर रही है जबकि यह लोकतंत्र का यज्ञ है और प्रशासन को निष्पक्ष कार्य करने चाहिए जबकि प्रशासन भाजपा को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रहा है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।