उपचुनाव में अपनी भूमिका को लेकर दिग्विजय सिंह का बड़ा खुलासा, कही यह बात

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव (Bye election) के लिए कांग्रेस (Congress) ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। कांग्रेस ने दिग्गज नेता चुनावी मोर्चा संभालने के साथ ही जनसभाओं और रैलियों में पहुंचकर कांग्रेस को समर्थन की अपील कर रहे हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने खुद प्रचार प्रसार की कमान अपने हाथों में संभाल रखी है। लेकिन इन सब के बीच अपने बयानों के सुर्खियां बटोरने वाले राजनीति के चाणक्य दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की उपचुनाव से दूरी कई सवाल पैदा कर रही है। इन सभी सवालों पर विराम लगाते हुए दिग्विजय सिंह ने उपचुनाव में अपनी भूमिका को लेकर बड़ा खुलासा किया है।

पूर्व सीएम और कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का उपचुनाव में प्रचार प्रसार से दूरी और उनकी भूमिका पर बड़ा बयान सामने आया है। उपचुनाव में अपनी भूमिका को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उपचुनाव में दिग्विजय सिंह की भूमिका है कि भाजपा को हराओ ओर कांग्रेस को जिताओ। उन्होंने भाजपा और उसके उम्मीदवारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 28 में से 27 ऐसे उम्मीदवार बन गए हैं जो कांग्रेस से जाकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि लगभग पौने दो साल पहले इन्ही उम्मीदवारों ने भाजपा के खिलाफ बैनर, पोस्टर लगाकर विरोध किया था। बेईमान तथा भ्रष्ट भी कहा था लेकिन अब वही भाजपा के उम्मीदवार बन गए। ऐसी परिस्थिति में इन उम्मीदवारों और शिवराज सिंह को यह डर लगा हुआ है कि शायद भाजपा के कार्यकर्ता इन दलबदलू उम्मीदवारों के पक्ष में विचार न कर ले। इसलिए भाजपा ने चुनाव का जिम्मा सरकारी अधिकारी कर्मचारी और पुलिस पर सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के 26 विधायकों ने तो लोकतंत्र बेच दिया लेकिन हमें यह विश्वास है कि मध्यप्रदेश का प्रशासकीय तंत्र माननीय मुख्य सचिव से लेकर चपरासी तक तथा डीजीपी से लेकर सिपाही तक अपने आपको नहीं बेचेगा। अन्यथा हम लोग ऐसे सारे अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची बना रहे हैं।


About Author
Avatar

Neha Pandey