भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) से पहले कांग्रेस (congress) की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। सरकार गिरने के बाद से राहुल लोधी (rahul lodhi) के इस्तीफे तक इन छह महिनों में कांग्रेस के 29 विधायक पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसी स्थिति बनी है जब 29 विधानसभा सीट रिक्त हुई हो और उपचुनाव की स्थिति बनी हो। वहीं 29 विधायकों के कांग्रेस छोडऩे पर प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) ने कमलनाथ (kamalnath) पर तंज कसा है। उन्होंने राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद कहा कि 29 सीटों पर उपचुनाव होने है, एक ओर गया तो कमलनाथ 30 मार खां हो जाएंगे।
डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद से यह बात साफ है कि इन उपचुनाव में कांग्रेस विपक्ष का नेता चुनने का चुनाव लड़ रही है। अब सरकार में आने की बात तो समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि जो कमलनाथ कहते थे कि तीन तारीख के बाद चार आएगी, अब वो चार तारीख को भी विपक्ष में रहने वाले है यह तय हो गया। पूरे कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति है। चार तारीख को चार्टर बुक है कमलनाथ का और वो चले जाऐंगे। मंत्री मिश्रा ने कहा कि राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद कमलनाथ के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हुए है। जो कमलनाथ विधायकों से कहते थे चलो- चलो, अब विधायक ही चल दिए। राहुल लोधी का जाना कमलनाथ का अक्षम्य नेतृत्व दर्शाता है। प्रदेश के अंदर अब कांग्रेस एक डूबता जहाज है, मैं पहले से कहता था। अब इस कांगेस में कोई रहने वाला नहीं है। मंत्री मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि राहुल लोधी ने तो अपनी स्तिथि बता दी और दिल्ली के राहुल गांधी I(rahul gandhi) ने भी उनकी स्तिथि रखी है। परिणाम के बाद राहुल का जो बयान था वो कमलनाथ को भारी पडऩे वाला है।
कर्मण्य और अक्षम्य साबित हुए कमलनाथ
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर कहा कि जो जाता है कि उसे बिकाऊ कहते है। स्थिति तो स्पष्ट कर दो कमलनाथ जी, ऐसे ओर कितने है आपके पास। जो जाएगा उसे बिकाऊ कहोंगे, जो आपके पास रहेगा उसे टिकाऊ कहते है। ऐसे लोगों को बार बार नोटों और वोटों की बात कह कर आप कर्मण्य और अक्षम्य साबित हुए इसको क्यों छुपाना चाहते है। जोर जोर से दूसरे की तरफ उंगली उठाने से एक ऊंगली दूसरे की तरफ उठती है तीन आपकी तरफ उठती है। 29 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, एक और गया तो कमलनाथ 30 मार खां हो जाऐंगे।
कांग्रेस के अविश्वास व्यक्त का अर्थ हार स्वीकार
दिग्विजय सिंह (digvijay singh) के बयान पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह उनका बयान अगर है, इसका मतलब है कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है। जब वो ये कहने लगे कि प्रशानिक तंत्र से बीजेपी सरकार बना रही है, यदि वह कहे कि बैलेट पेपर से मतदान हो तो समझ लो कि कांग्रेस ने हार मान ली है। जब वह सब पर अविश्वास व्यक्त करने लगे तो मान लो कि वह हार रहे है और हार का जवाब देने के लिए पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय को चुनाव प्रचार में भेजना चाहिए, वो अभी खाली बैठे है। अगर यह लोग चुनाव प्रचार में नहीं जाऐंगे, तो भ्रम पैदा करेंगे।
मुद्दे से ध्यान भटका रही कांग्रेस
जीतू पटवारी (jitu patwari) पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह सब बाते इस ओर इशारा करती है कि किस तरह से मुद्दों से ध्यान हटाया जाए। हमारे सीएम को पैरों की धूल कहना। 15 साल में हमारे मुख्यमंत्री और कहा 15 मांहिने कि मुख्यमंत्री कमलनाथ। सीएम शिवराज (cm shivraj) को भूख कहना, उन्हें नायलयक कहना, किसी महिला को आयटम कहना, किसी को माल कहना यह जानबूझ कर रोज एक शगूफा इसलिए छोडते है ताकि मुद्दे से ध्यान सके। उन्होंने कहा कि कमलनाथ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को भ्रम में रखते है कि हम वापस आने वाले है। इसलिए ऐसे बयान देते है कि 15 अगस्त का झंडा हम फहराऐंगे, अगली विधायक दल की बैठक सीएम हाउस में होगी या विस अध्यक्ष हमें चुनना है। कब तक भ्रम रखेंगे, चला चली कि बेला है। कभी निर्दलीय विधयक समर्थन देता है, कभी कांग्रेस विधायक टूट जाते है, विपक्ष में रहना कांग्रेस का तय है।