ग्वालियर, अतुल सक्सेना। प्रदेश की 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों (mp by election 2020) को निष्पक्ष और स्वतंत्र कराने के लिए चुनाव आयोग (election commission) सभी सीटों पर नजर रखे हुए है। जिला निर्वाचन अधिकारियों (District Election Officers) को निर्देश हैं कि वे किसी भी शिकायत या संदिग्ध गतिविधि (suspicious activity)पर पैनी नजर रखें।
इसी क्रम में राज्य शासन ने मंगलवार को ग्वालियर जिले (Gwalior) के दो पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर (transfer) कर उन्हें अस्थाई रूप से भोपाल पुलिस मुख्यालय (Bhopal Police Headquarters) भेज दिया। बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई निर्वाचन आयोग में की गई शिकायत के आधार पर की गई है। गृह विभाग (Home department) से जारी आदेश में सीएसपी महाराजपुरा सर्किल रवि भदौरिया और टी आई थाना हजीरा आलोक परिहार को तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। दोनों पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित सांघी (Superintendent of Police Amit Sanghi) ने बताया कि इनकी कोई शिकायत हुई थी संभवतः चुनाव आयोग में, जिसके बाद उनका ट्रांसफर हुआ है।
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।