भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों (28 assembly seats in Madhya Pradesh) पर मतदान (voting) के बाद मतगणना बीजेपी (bjp) और कांग्रेस (congress) का भविष्य तय करेगी। जिसके लिए कांग्रेस लगातार मतगणना के दौरान पक्षपातपूर्ण रवैया से बचने की पुरजोर कोशिश करते नजर आ रही है। लगातार अधिकारी-कर्मचारियों पर सफल मतदान ना कराने का आरोप लगा रही कांग्रेस ने मतगणना (counting) वाले दिन के लिए चुनाव आयोग से नई मांग की है।
दरअसल मतगणना में गड़बड़ी की आशंका को लेकर कांग्रेस के पांच वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal), दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), विवेक तंखा (Vivek Tankha), मुकुल वासनिक (Mukul Wasnik) और वरुण के चोपड़ा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। इस 35 पन्ने के पत्र में कांग्रेस ने चुनाव आयोग (Election commission) से मांग की है कि मतगणना स्थल पर उपस्थित रहे अधिकारी और कर्मचारियों के मोबाइल (mobile) पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए। इसके साथ ही साथ कांग्रेस ने मांग की है कि डाक मतपत्र और ईवीएम (EVM) की सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रखी जाए साथ ही साथ मतगणना की लाइव रिकॉर्डिंग (Live Recording) भी की जाए।
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कांग्रेस ने कहा है की मतगणना व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जाना अनिवार्य है। साथ ही साथ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा व्यवस्था पर सख्त निगरानी रखने की जरूरत है। दिग्गजों ने अपने पत्र में लिखा है कि जिस तरह मतदान को लेकर गाइडलाइन (guideline) जारी की गई थी। उसी तरह मतगणना को लेकर भी गाइडलाइन जारी की जाए। इसके साथ ही साथ कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि मतगणना शुरू होने से पहले उम्मीदवार के एजेंट को हर ईवीएम की सील चेक करने दी जाए।
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वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के टिकट नेताओं ने यह भी मांग की है की एक राउंड में 14 ईवीएम की काउंटिंग की जानी चाहिए। इसके साथ ही साथ उम्मीदवार के एजेंट को प्रमाणित रिकॉर्ड भी उपलब्ध कराया जाए। इसी के साथ कांग्रेस ने भी मांग की है कि पोस्टल बैलट की गणना ईवीएम की गणना करने वाले कक्ष में ही करवाया जाना चाहिए।
इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग के साथ संवाद करके मतगणना की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही मतदान वाले दिन सुमावली सहित अन्य क्षेत्रों में हिंसा और अधिकारियों के दुरुपयोग की बात उठाते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कहा कि मध्यप्रदेश का यह चुनाव प्रजातंत्र के भविष्य का चुनाव है। इसमें इसके किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।