इंदौर,आकाश धोलपुरे। उपचुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी तुलसीराम सिलावट ने कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू को 53264 वोट से मात दी है। सांवेर में ऐतिहासिक जीत के बाद तुलसीराम सिलावट ने आज सुबह जहां पूर्व मंत्री और दिवंगत नेता प्रकाश सोनकर को माल्यापर्ण कर उन्हें याद किया, वही बीजेपी कार्यालय में प्रवेश करने के पहले राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर पहुंचकर माल्यार्पण कर उनका आशीर्वाद लिया।
इस दौरान बीजेपी कार्यालय में उनका बीजेपी के दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। हार, फूल और गाजे बाजो के साथ जमकर ढोल नगाड़े बजाये गए और सिलावट ने भी सभी बड़े नेताओं और बीजेपी संगठन से जुड़े आला नेताओ का आभार मानते हुए विजयी माला को हर नेता के गले मे पहनाकर उनका आशीर्वाद लिया।
इस मौके पर प्रदेश की पर्यटनमंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि सांवेर सहित समूचे प्रदेश के जीत प्रदेश के जागरूक मतदाताओं का स्नेह है, जिन्होंने बीजेपी को भरपूर आशीर्वाद दिया है। वहीं उन्होंने सांवेर में रिकॉर्ड मतों की जीत पर कहा कि “मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिये” और बूथ के कार्यकर्ताओं सहित सब लोगो ने ये तय किया कि ऐसा कुछ करके दिखाये और तुलसी सिलावट जितनी दफा जीते है उससे भी ज्यादा मतों से जिताना है और कार्यकर्ताओं ने ये करके दिखा दिया। वही चुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला के मंत्री बनाये जाने को लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि बीजेपी संगठन सभी के लिये चिंतित और निःसन्देह संगठन सबको लेकर कोई ना कोई निर्णय करेगा।
इधर, विजय पताका लहराने वाले तुलसीराम सिलावट ने बीजेपी संगठन, शिव ज्योति लक्ष्य और सांवेर के मतदाताओ का जिक्र कर कहा कि वो इस जीत के लिये सांवेर की जनता के सदैव ऋणी रहेंगे और हमेशा विकास के लिये तत्तपर रहेंगे। वही सांवेर के विजयी जुलूस के दौरान जगह जगह मंचो से विधायक तुलसी सिलावट का स्वागत किया बड़ी संख्या में एकत्रित लोगो ने जता दिया कि उन्हें बीजेपी और तुलसीराम सिलावट पर पूरा भरोसा है।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।