भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (kamalnath) द्वारा मंत्री इमरती देवी (imarti devi) को लेकर दिये बयान पर मचा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश से लेकर दिल्ली तक कमलनाथ बयान को लेकर छाए हुए है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) ने भी चुप्पी तोड़ते हुए कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। राहुल गांधी द्वारा बयान की निंदा करने के बाद भी कमलनाथ अपनी बात पर अड़े हुए है और माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया है। कमलनाथ के अडिय़ल रवैये पर प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) ने तंज कसते हुए बड़ा बयान दिया है।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद कमलनाथ के बयान पर तंज कसते हुए डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और कमलनाथ के झगड़े खुल कर सामने आ रहे हैं। पहले राहुल गांधी के दस दिन में दो लाख किसान कर्ज माफी के वादे को नही मानी। फिर वचन पत्र पर राहुल गांधी का फोटो नही लगाया, फिर भूल सुधार करनी पडी। अब कमलनाथ हाई कमान की बात भी नही मान रहे हैं। अब जिस व्यक्ति पर हाई कमान को विश्वास नही और उसकी बात नहीं मानता हो, उसका हश्र समझ लीजिये क्या होने वाला है। उन्होंने कहा कि मुंह चलाने में और सरकार चलने में क्या अंतर होता है, यह बात राहुल गांधी ने कही थी और अब यह धरातल पर आती हुई दिख रही है और कांग्रेस रसातल पर आती हुई दिख रही है। मंत्री मिश्रा ने कहा कि ऐसी परिस्थियों में अब जनता क्या इन पर विश्वास करेगी, कौन इन्हें कमलनाथ के नाम पर वोट देगा। गौरतलब है कि राहुल गांधी की प्रतिक्रिया के बारे में कमलनाथ से सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि वो राहुल गांधी की राय है। उन्होंने इस मामले को लेकर स्थिति साफ कर दी है। अब और कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बता दिया है कि उनका लक्ष्य किसी का अपमान नहीं था। यदि कोई अपमानित महसूस करता है, तो वे खेद कल ही व्यक्त कर चुके हैं। ‘अब मैं माफी क्यों मांगूंगा।’
सीएम बोले- यह कमलनाथ का अहंकार है
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh couhan) ने भी मुरैना जिले में मीडिया से बातचीत करते हुए कमलनाथ को माफी नहीं मांगने को लेकर आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने यह माना है कि कमलनाथ ने गलती की है। कमलनाथ तो इतने दंभी और अहंकारी हैं कि निर्लज्जता की सारी सीमाएँ तोड़ते हुए यह कहते हुए घूम रहे हैं कि माफी नहीं मांगेंगे। मेरा सवाल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से है कि उन पर इस गलती के लिए क्या कार्रवाई होगी? कमलनाथ की निर्लज्जता और बहन इमरती देवी के आंसू पूरे देश ने देखे हैं। इसलिए वे किंतु-परंतु करने पर विवश हुए हैं। लेकिन यह माफी नहीं, उससे भी बड़ा पाप है। यह कमलनाथ का अहंकार है। वे अपने से श्रेष्ठ किसी को नहीं मानते हैं।