जिले में भाजपा के लिए सबसे कमजोर सीट जावद को माना जा रहा है और यही कारण है कि आलाकमान ने प्रत्याशी को विजयी दिलाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया। पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मोर्चा संभाला और इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने।
नीमच। श्याम जाटव।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 230 पर तीन बार से विधायक ओमप्रकाश सखलेचा चुनाव जीत रहे हैं। चैथी बार स्थिति बिलकुल विपरित है। इसके पीछे लोग तर्क दे रहे हैं कि क्षेत्र में विकास नहीं हुआ और बरसों से एक ही परिवार का कब्जा होने से लोगों में आक्रोश है।
-स्थानीय पदाधिकारियों की हुई उपेक्षा
भाजपा प्रत्याशी सखलेचा के समर्थन में मंगलवार को राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पहले रोड शो किया इसके बाद जावद और सरवानिया महाराज में आमसभा को संबोधित किया। सभा के मंच पर स्थानीय भाजपा पदाधिकारी सुखलाल सेन, जतनमल चैपड़ा, सांसद प्रतिनिधि विनोद पाटीदार, रामलाल पाटीदार समेत कई वरिष्ठ लोगों को बैठने का मौका नहीं दिया। इसके अलावा रैली और रोड शो में आम मतदाता ने दूरी बनाए रखी। इसमें केवल वही लोग थे जो विधायक सखलेचा के प्रचार में साथ चल रहे हैं। कार्यक्रम से आम कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाए रखी।
बुधवार को नगमा का रोडशो
बुधवार को कंग्रेस प्रत्याशी राजकुमार अहीर के समर्थन में सिंगोली, रतनगढ़ में फिल्म अभिनेत्री नगमा रोड शो करेंगी। प्रत्याशी अहीर के लिए नगमा आम मतदाताओं से कांग्रेस के पक्ष में मतदाओं से मतदान की अपील करेंगी और इसके लिए पार्टी ने पूरी तैयारी कर ली है।
निर्दलीय पटेल का ट्रैक्टर पंचर
इंदौर के कारोबारी कांग्रेस के बागी समंदर पटेल धाकड़ समाज की राजनीति के बूते अपना सितारा चमकाना चाहते हैं। लेकिन जनता में इनकी छवि एक करोड़पति व्यपारी की है और इसी बल पर वोट मांग रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि धाकड़ समाज एकजूट होकर वोट देगा इस पर संशय बरकरार है। पटेल का चुनाव चिन्ह 28 नवंबर के पहले ही पंचर होने लगा। प्रचार में कोई खास समर्थन नहीं मिल रहा है। अब भाजपा-निर्दलीय उम्मीदवार धनबल के आधार पर चुनाव की वैतरणी पार करना चाहते है, ऐसा संभव होना मुश्किल है।