छिंदवाड़ा।
बुधवार को मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया। चुनाव आयोग के मुताबिक करीब 75 फीसदी मतदान हुआ। प्रदेशभर में बुजुर्गों, युवाओं और बड़ी हस्तियों में मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई स्थानों पर दुल्हा-दुल्हनों ने सात फेरे लेने से पहले मतदान किया। इसके अलावा बड़ी संख्या में दिव्यांगों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रदेश में 8 जिले ऐसे भी हैं जहां महिलाओं ने 75% से ज्यादा मतदान किया।वही पांच ऐसे जिले है जहां आकंड़ा 80 % से ज्यादा रहा। 1998 में महिला-पुरुष में वोटिंग का अंतर 12% था, जो 2013 में घटकर 4% रह गया था और 2018 में औऱ भी नीचे गिर गया। बीते चुनाव की तुलना में आकंड़ा रोचक रहा।
दरअसल, 2013 में सिर्फ तीन जिलों रीवा, सीधी और बालाघाट की ही महिलाएं मतदान करने में आगे रही थी, लेकिन इस बार पांच जिलों दतिया, रीवा , सीधी. छिंदवाड़ा और विदिशा में महिला वोटरों का प्रतिशत बढा।बताते चले कि विदिशा सांसद सुषमा स्वराज का क्षेत्र है। बीते दिनों ही पीएम मोदी ने विदिशा में सभा की थी ।खास बात तो ये है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में ही पुरुषों और महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 81-81 प्रतिशत रहा। 2013 में यहां मतदान 81.52 प्रतिशत रहा था, जो की इस साल के लगभग बराबर ही है। वही होशंगाबाद और सीधी में महिलाओं ने बराबरी से वोट डाले।
बता दे कि 2013 विधानसभा चुनाव में 72.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसमें इवीएम में डाले गए वोटो का प्रतिशत 72.05 जबकी डाक पत्र द्वारा वोटों का प्रतिशत 0.47 रहा था। राज्य का छिंदवाड़ा ही एक ऐसा जिला था जहां मतदान सर्वाधिक 81.52 प्रतिशत रहा।इसके अलावा शाजापुर 81.14 प्रतिशत, सीहोर 80.48 प्रतिशत, बालाघाट 79.98 प्रतिशत, राजगढ़ और नरसिंहपुर 79.52 प्रतिश, सिवनी 79.45 भी आगे रहा । वही सबसे कम मतदान वाले जिलों में अलीराजपुर आगे रहा था जहां मतदान का प्रतिशत 55.77 रहा।