छतरपुर।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के करीब आते ही सभी पार्टियां अपनी तैयारी को आखिरी रूप देने में लग गई हैं। दोनों प्रमुख पार्टियां अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ स्टार प्रचारकों को चुनाव प्रचार में ज्यादा से ज्यादा उतार रही हैं। लोगों तक अपनी बात पहुंचने के लिए पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तक एक दिन में कई रैलियां कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छतरपुर पहुंचे और अपने संबोधन में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश का चुनाव आखिरी दौर में आते ही भाजपा में उत्साह बढ़ता जा रहा है और कांग्रेस के खेमे में कौन किसकी जमानत बचायेगा इस बात की चिंता हो रही है ।मध्य प्रदेश की जनता राज्य में आए बदलाव की साक्षी है और ये बदलाव ना तो राजा लाए हैं, ना ही महाराजा लाए हैं ये बदलाव तो शिवराज लाए हैं
दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी की पिछली जनसभाओं में कांग्रेस लगातार निशाने पर रही है।आज के दौरे में भी मोदी ने कांग्रेस पर हमला किया गया और कहा कि, महाराजा छत्रसाल का नाम लेकर गर्व महूसस होता है। वहीं उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, 15 सालों में पूरे बुंदेलखंड में जो बदलाव आया है, उसके आप साक्षी हैं। ये बदलाव न राजा लाए हैं, न महाराज लाए हैं, ये शिवराज लाए हैं। जो लोग सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, राजघराने के सिवाए कुछ देखा नहीं है। वो लोग देश को आत्मनिर्भर नहीं बनने देना चाहते हैं। हम देश के नौजवान को मजबूत बनाना चाहते हैं कि वो खुद अपने पैरों पर खड़े हों। बैंक के दरवाजे हमने देश के नौजवानों के लिए खोल दिए। इसलिए हम प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लेकर आए।
पीएम मोदी बोले चुनाव के आखिरी दौर में हम प्रवेश कर रहे हैं। जैसे-जैसे आखिरी दौर पास आ रहा है भाजपा का उत्साह बढ़ रहा है और कांग्रेस के खेमे में चिता बढ़ रही है। अब वहां सरकार बनाने के सपने नहीं है। वहां कौन किस की जमानत बनाएगा ये चिंता का विषय है।कांग्रेस के 55 साल के राज पर शिवराज के 15 साल भारी हैं। इस इलाके के लोग छत्रसाल यूनिवर्सिटी पर गर्व करते हैं। ये शिवराज कर सकते हैं। ये कांग्रेस के बस का नहीं है। ये राजा-महाराजाओं का काम नहीं है। ये तो जो जनता के लिए जीता है, वो ही कर सकता है। हमने चार साल के भीतर 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर बना दिए। दस लाख युवाओं को इसमें रोजगार मिला। बेटियों को अपने गांव में ही ये सेंटर चलाने का मौका मिला है। हमारी बेटियां रोजी-रोटी के साथ गांव की सेवा भी कर रही हैं।