नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पिछले साल कोरोना संक्रमण (Covid-19) के चलते नीचे आई अर्थव्यवस्था अब उबर रही है। ऐसे में एक अध्ययन में कहा गया है कि इस साल यानी 2021 में भारत में 59 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों को वेतनवृद्धि देने की तैयारी कर रही हैं।
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स्टाफिंग कंपनी के अनुसार जीनियस कंसल्टेंट्स ‘10वीं काम पर रखने, एट्रिशन एंड कॉम्पेंसेशन ट्रेंड 2021-22’ , इस प्रभावशाली विकास दर के साथ, बाजार स्थिर रहने की उम्मीद है, और कंपनियां कार्यबल को मजबूत करने के साथ-साथ अपनी व्यापार निरंतरता की रणनीति पर भी ध्यान देंगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल वेतनवृद्धि का परिदृश्य अच्छा दिख रहा है। 59 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि इस साल वे 5 से 10 प्रतिशत के बीच वेतनवृद्धि देंगी। वहीं 20 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि वेतनवृद्धि पांच प्रतिशत से कम रहेगी। 21 प्रतिशत का कहना था कि 2021 में भी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि नहीं होगी।
कर्मचारियों के लिए बढ़ी खुशखबरी
बीते एक साल से वेतन में वृद्धि का इंतजार कर रहे कर्मचारियों के लिए यह बहुत राहत देने वाली खबर है। देश में कोरोना की दूसरी लहर का असर देखने को मिल रहा है। कई सरकारी एवं प्राइवेट संस्थानों ने अपने कर्मचारियों को एक बार फिर वर्क फ्रॉम होम पर भेजना शुरू कर दिया है। ऐसे में अगर कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होती है, तो यह कर्मचारियों के लिए एक बढ़ी खुशखबरी होगी।
अध्ययन ये कंपनियां शामिल
यह अध्ययन फरवरी और मार्च के दौरान 1200 कंपनियों के बीच ऑनलाइन किया गया। इनमें बैंकिंग और वित्त, निर्माण और इंजीनियरिंग, शिक्षा/शिक्षण/प्रशिक्षण, एफएमसीजी, आतिथ्य, एचआर समाधान, आईटी, आईटीईएस और बीपीओ, लॉजिस्टिक्स, विनिर्माण, मीडिया, तेल एवं गैस, फार्मा और चिकित्सा, बिजली और ऊर्जा, रियल एस्टेट, खुदरा, दूरसंचार, वाहन और संबद्ध क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं।
अध्ययन में पाया गया कि 37 प्रतिशत काम पर रखने के साथ दक्षिणी बाजार में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र में 33 प्रतिशत होगा।