7th pay Commission, DA Hike Update : इस साल के अंत तक केंद्र सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को कई बड़े तोहफे दिए जा सकते हैं। सरकार द्वारा इसकी घोषणा की जा सकती है। आगामी चुनाव को देखकर यह पूर्वानुमान जताया जा रहा है अगर ऐसा होता है तो एक तरफ जहां केंद्रीय कर्मचारियों के छमाही किस्तों में 4 फीसद के महंगाई भत्ते की वृद्धि शामिल रहेगी। इसके अलावा उनके फिटमेंट फैक्टर को भी बढ़ाया जा सकता है। इतना ही नहीं सरकार अन्य भत्ते को बढ़ाने पर विचार कर सकती है। इससे पहले केंद्र सरकार द्वारा 2004 से पहले निकले नोटिफिकेशन पर भर्ती हुए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिए जाने के लिए भी तैयारी की गई है।
महंगाई भत्ते में वृद्धि की तैयारी
दरअसल मार्च महीने में कर्मचारियों के लिए मोदी सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में 4 फीसद की वृद्धि की गई है। जिसके साथ ही उनके वर्तमान महंगाई भत्ते बढ़कर 42 फीसद हो गए हैं। अब एक बार फिर से उनके महंगाई भत्ते में इजाफा देखा जाएगा। नए कैलकुलेशन के साथ उनके महंगाई भत्ते में वृद्धि की तैयारी की जा रही है। जिसका लाभ कर्मचारियों को दिया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई 2023 छमाही के लिए उनके महंगाई फैसल को तीन या चार फीसद की दर से बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल फरवरी के एआईसीपीआई आंकड़े जारी किए जा चुके हैं जबकि मार्च महीने के एआईसीपीआई आंकड़े अप्रैल के अंत तक जारी किए जाएंगे। एआईसीपीआई आंकड़े के तहत ही महंगाई भत्ते में वृद्धि का निर्धारण किया जाता है।
महंगाई भत्ते कैलकुलेशन फॉर्मूला में बदलाव
दूसरी छमाही जुलाई से दिसंबर तक के लिए महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसद की वृद्धि हो सकती है। सरकार द्वारा आमतौर पर इसकी मंजूरी सितंबर महीने के अंत तक दी जा सकती है। यदि ऐसा होता है तो कर्मचारियों के महंगाई भत्ते 42 से बढ़कर 46 फीसद हो जाएंगे। इसके साथ ही यह सुझाव भी दिया जा रहा है कि वृद्धि का निर्धारण कई नई पद्धति के तहत किया जा सकता है। श्रम मंत्रालय द्वारा 2016 में महंगाई भत्ते कैलकुलेशन फॉर्मूला में बदलाव किया गया था और इसके लिए महंगाई भत्ते के बेस ईयर को भी अपडेट किया गया था।
फिलहाल 44 फीसद महंगाई भत्ता फरवरी तक तय
फिलहाल के एआईसीपीआई आंकड़े की बात करें तो यह आंकड़ा अभी 43.79 पहुंच चुका है। फिलहाल 44 फीसद महंगाई भत्ता फरवरी तक तय किया जा चुका है। अब देखना होगा कि मार्च के आंकड़े क्या कहते हैं। मार्च महीने का आंकड़ा 30 अप्रैल की शाम तक सामने आ सकते हैं।
सैलरी में इजाफा
जुलाई में महंगाई दर 4 फीसद की दर से बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में सैलरी में इजाफा देखने को मिलेगा। किसी कर्मचारी के मूल वेतन 18000 रूपए हैं तो उनके वेतन में 720 रूपए प्रति महीने की बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। ऐसे में कर्मचारियों को सालाना 8280 रूपए की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।