तिरूवंनतपुरम, डेस्क रिपोर्ट। राज्य सरकार द्वारा 7th pay commission कर्मचारियों (Employees) को बड़ी राहत दी गई थी। दरअसल उनकी सेवानिवृत्ति आयु (Retirement Age) में 2 वर्ष की वृद्धि की गई थी। जिसके बाद कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 58 वर्ष से बढ़कर 60 वर्ष हो गई थी। सरकार के इस फैसले से पीएसयू कर्मचारी (PSU Employee) काफी खुश नजर आ रहे थे। हालांकि इस बीच विपक्ष का हंगामा काफी तीव्र हो गया। जिसके बाद सरकार को अपने फैसले पर यू-टर्न लेना पड़ा। अब कर्मचारियों को बड़ा झटका देते हुए सेवानिवृत्ति आयु की वृद्धि के आदेश को रद्द कर दिया गया है। इस संबंध में 4 नवंबर को आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
4 नवंबर को राजस्व विभाग द्वारा एक आदेश जारी किया गया। जिसमें कहा गया है कि कैबिनेट ने यह फैसला किया है कि कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु पर पुनः विचार किया जाएगा। पीएसयू कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र को बढ़ाने की दिशा में एक बार फिर से परिस्थितियों का आकलन आवश्यक है।
दरअसल सरकार द्वारा पब्लिक सेक्टर में सेवानिवृत्ति आयु को लगातार बढ़ाने की कोशिश जारी थी। वहीं विपक्ष के हंगामे के बाद सरकार को अपने फैसले को बदलना पड़ा। विपक्ष का कहना है कि सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने से युवाओं के साथ धोखा होगा और उनके नौकरी के अवसरों में कमी आएगी।
राजस्व विभाग द्वारा आदेश जारी करने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बयान जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु को 2 वर्ष बनाए जाने के आदेश पर रोक लगा दी गई है। इस मामले में आगे की कार्रवाई एक बार फिर से सुचारू रूप से तैयार की जाएगी। इस पर अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
इसके बाद कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाए जाने पर विचार किया जाएगा। वहीं अब कर्मचारियों को फिर से लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। कर्मचारियों द्वारा लगातार सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाए जाने की मांग की जा रही थी। सरकार के फैसले पलटने के बाद अब कर्मचारी 60 की बजाय पहले के नियम के तहत 58 वर्ष की उम्र में ही रिटायर हो जाएंगे।