बता दे कि कोरोना काल में सरकार द्वारा कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को फ्रीज कर दिया गया था। जनवरी 2020 से लेकर जुलाई 2021 तक के महंगाई भत्ते को फ्रीज़ किए जाने के साथ ही दिसंबर 2021 के महंगाई भत्ते की घोषणा केंद्रीय सरकार द्वारा मार्च 2021 में की गई थी। हालांकि 2022 में दो बार कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि देखी गई है।
एक बार फिर एरियर के भुगतान की सम्भावना तेज
इधर कर्मचारी लंबे समय से बकाया एरियर की राशि की मांग कर रहे हैं। पहले केंद्र सरकार द्वारा इस राशि के भुगतान से मना कर दिया गया था। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में निर्देश देते हुए कहा कि कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को रोका जा सकता है लेकिन इसे खारिज नहीं किया जा सकता। सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।
ऐसे में कर्मचारियों के 18 महीने के एरियर पर एक बार फिर से सहमति बनती नजर आ रही है। केंद्रीय कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के तहत एरियर के बकाए का भुगतान किया जाता है तो उनके खाते में बड़ी रकम देखने को मिलेगी। तीन बार के एरियर के साथ ही कर्मचारियों के खाते में दो लाख तक की वृद्धि देखी जा सकती है। फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इतना मिलेगा एरियर्स
नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम के शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक कर्मचारियों के लिए अलग-अलग एरिया राशि निर्धारित होती है। वर्ग 1 के कर्मचारियों को 11880 रुपए से लेकर 37000 रुपए तक के बीच एरियर का भुगतान किया जाना । है वही लेवल 13 के कर्मचारियों के लिए रकम 123100 रुपए से लेकर 215900 रुपए तक हो सकती है जबकि लेवल 14 के कर्मचारियों के लिए एरियर की राशि 144200 रूपए से लेकर 218200 रुपए तक हो सकती है।
बढ़ेगा DA
वहीं कर्मचारियों के डीए डीआर में भी वृद्धि देखी जाएगी। 1 जनवरी और 1 जुलाई को हर साल महंगाई भत्ता और महंगाई राहत संशोधित किया जाता है। फिलहाल में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 फीसद की वृद्धि देखने को मिली थी। जिसके बाद हो गए थे इसका लाभ 48 लाख कर्मचारी सहित 68 लाख पेंशनर्स को हुआ था। अब एक बार फिर से महंगाई भत्ते में वृद्धि की संभावना तेज हो गई है।
AICPI आंकड़े
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मार्च 2023 में महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में 3 से 5 फीसद की वृद्धि देखने को मिल सकती है। इस वृद्धि के साथ ही कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 43% तक की वृद्धि देखी जाएगी। दरअसल जून 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के 12 महीने के औसत प्रतिशत वृद्धि का उपयोग महंगाई भत्ता और महंगाई राहत वृद्धि की गणना के लिए किया जाता है। एआईसीपीआई के आंकड़े जारी किए जा चुके हैं। जिसके तहत यह अनुमान लगाया गया है कि मार्च 2023 में महंगाई भत्ते में 3% से 5% की वृद्धि देखी जाएगी।