PM Kisan : मंगलवार को 9.3 करोड़ किसानों को मिलेगा गिफ्ट, पीएम मोदी जारी करेंगे 17वीं किस्त, खाते में आएंगे 2-2 हजार रु, पति-पत्नी दोनों को मिलेगा लाभ?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की एक पहल है, जो किसानों को न्यूनतम आय सहायता के रूप में प्रति वर्ष 6,000 रुपये तक देती है। इस पहल की घोषणा पीयूष गोयल ने 1 फरवरी 2019 को भारत के अंतरिम केंद्रीय बजट 2019 के दौरान की थी।

Pooja Khodani
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PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana 17th Installment : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के करोड़ों लाभार्थी के लिए खुशखबरी है। मंगलवार 18 जून को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की बहुप्रतीक्षित 17वीं किस्त के लिए 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वाराणसी से बटन के एक क्लिक से वितरित की जाएगी।इसके तहत लगभग 9.3 करोड़ किसानों के खाते में 2000-2000 रुपए पहुंचेंगे। ध्यान रहे इस योजना के नियम के तहत यह लाभ केवल उन पात्र किसानों तो मिलेगा जिन्होंने eKYC के साथ बैंक खाता आधार से लिंक और भूमि सत्यापन करवा लिया है।

क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

  • पीएम किसान सम्मान निधि योजना केन्द्र सरकार की एक बड़ी योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत हर चार महीने में 8 करोड़ से करोड़ों किसानों को 3 बराबर किस्तों में 2000-2000 करके सालाना 6000 रुपये दिए जाते है। यह पैसा DBT ट्रांसफर के जरिए सीधे किसानों के खाते में भेजा जाता है।यह लाभ उन किसानों को मिलता है, जिनके पास 2 हेक्टेयर तक जमीन है और जो भारत के नागरिक है।
  • पीएम योजना के नियमानुसार, पहली किस्त अप्रैल-जुलाई के बीच , दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर के बीच और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच जारी की जाती है। किसानों को सहायता देने वाली इस योजना की अब तक की 16 किस्तों में 12 करोड़ 33 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को ₹3 लाख करोड़ से अधिक सीधे DBT से वितरित किये गए हैं।

क्या पति-पत्नी या पिता-बेटा दोनों को मिलेगा योजना का लाभ?

  • पीएम किसान योजना को लेकर अक्सर ये सवाल सामने आते है कि क्या पीएम किसान योजना में पति-पत्नी या पिता पुत्र या फिर परिवार के एक से ज्यादा सदस्यों को सम्मान निधि की राशि का लाभ मिल सकता है, क्या एक से अधिक सदस्य इसके लाभार्थी हो सकते हैं? तो इसका जवाब है ना।चुंकी सरकार के नियमों के मुताबिक PM KISAN योजना का लाभ परिवार के एक ही सदस्य को मिल सकता है।
  • अगर एक परिवार में एक से अधिक सदस्य स्कीम में आवेदन करते हैं। ऐसे में उनके आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा। इस कारण एक परिवार में सभी सदस्य इस स्कीम का लाभ नहीं ले सकते हैं।
  • अगर परिवार में पति-पत्नी या फिर पिता पुत्र या एक से ज्यादा सदस्यों को लाभ मिला है, तो उनसे राशि वसूली की जा सकती है।केंद्र सरकार ने भी कई बार स्पष्ट कर चुकी है कि पीएम किसान योजना का लाभ एक किसान परिवार में सिर्फ एक शख्स को ही दिया जाता है।

ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम

  • स्टेप 1. आपको सबसे पहले पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाना होगा।
  • स्टेप 2. अब आपको स्क्रीन पर पीएम किसान का पोर्टल खुला दिखाई देगा। यहां आपको FARMERS CORNER पर क्लिक करना होगा।
  • स्टेप 3. अब आपको कई सारे ऑप्शंस दिखेंगे। आपको नो योर स्टेटस पर क्लिक करना है।
  • स्टेप 4. अब स्क्रीन पर खुले पेज में ऊपर की तरफ Know Your Registration Number पर क्लिक करें।
  • स्टेप 5. अब अपना आधार नंबर दर्ज करें। आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करें।अब आपको अपना रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जाएगा।
  • स्टेप 6.  नए पेज पर रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालकर ‘Get Data’ पर क्लिक करें।अब आपको स्क्रीन पर पीएम किसान की किस्त की पूरी जानकारी दिखाई देगी।

ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी

  • स्टेप 1: आधिकारिक पीएम-किसान योजना वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं।
  • स्टेप 2: “किसान कॉर्नर” अनुभाग पर जाएं और “ई-केवाईसी” विकल्प पर क्लिक करें।
  • स्टेप 3: अपना आधार नंबर और पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • स्टेप 4: सत्यापन के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
  • स्टेप 5: ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ओटीपी दर्ज करें।

बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण ई-केवाईसी

  • स्टेप 1: अपने निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं।
  • स्टेप 2: सीएससी ऑपरेटर को पीएम-किसान ई-केवाईसी पूरा करने के बारे में बताएं।
  • स्टेप 3: सत्यापन के लिए अपना आधार कार्ड और पंजीकृत मोबाइल नंबर प्रदान करें।
  • स्टेप 4: सीएससी ऑपरेटर फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन के माध्यम से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की सुविधा प्रदान करेगा।
  • स्टेप 5: सफल प्रमाणीकरण के बाद आपका ई-केवाईसी पूरा हो जाएगा।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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