Alcoholic beverages : शराब की बोतलों पर जहां एक तरफ सरकार लोगों को जागरूक करने के लिए उसे पर लिखती है कि शराब का सेवन हानिकारक है, शराब पीकर वाहन न चलाएं। ऐसी चेतावनी हर बोतल पर देखने को मिलती है। वहीं दूसरी तरफ शराब बनाने वाली कंपनियां बोतल पर शराब में मौजूद न्यूट्रीशनल इन्फॉर्मेशन लिखती है। ऐसे में एक ही कहावत याद आती है जमाना कहे जानलेवा, कंपनियां कहे पीते रहिए।
अब शराब की बोतलों पर नहीं लिखी जा सकेगी न्यूट्रीशनल इन्फॉर्मेशन
आपको बता दे, 1 मार्च 2024 से देश भर की सभी शराब कंपनियों द्वारा शराब की बोतलों पर न्यूट्रीशनल इन्फॉर्मेशन नहीं लिखी जा सकेगी।एफएसएसएआई ने सभी शराब निर्माताओं और पैकर्स के लिए नई गाइड लाइन्स जारी की है। ऐसे में अगर कोई भी कंपनी या निर्माता उन गाइडलाइन्स का उल्लंघन करेगी तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा एक आदेश जारी किया गया है जिसमें लिखा गया है कि अल्कोहोलिक पेय में लेबल पर किलो कैलोरी में एनर्जी की मात्रा के अतिरिक्त किसी भी प्रकार की पोषण की जानकारी नहीं होगी। ऐसी ऊर्जा की मात्रा से संबंधित घोषणा स्वैच्छिक होगी।
दरअसल, अब तक केंद्र सरकार को इस मामले की कई शिकायतें मिल चुकी हैं। ऐसे में उन शिकायतों की जांच की गई तो ये सामने आया कि शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनी बोतल पर पोषक तत्वों की जानकारी लिख रही है। लेकिन अब कंपनियां ऐसा नहीं कर पाएगी। सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।