DA HIKE : कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, जल्द बढ़ेगा महंगाई भत्ता, खाते में बढ़कर आएगी सैलरी, सीएम का आश्वासन

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महासंघ को आश्वासन दिया कि यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि निगमकर्मियों को समय पर सभी लाभ मिले।डीए का भुगतान जल्द किया जाएगा।

Pooja Khodani
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DA hike 2024

Uttarakhand DA Hike 2024 : उत्तराखंड के निगम कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। जनवरी 2024 से 4 फीसदी बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ मिलने वाला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव को जल्द बढ़ा हुआ डीए सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है।

दरअसल, बुधवार को सचिवालय में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की थी। इस दौरान महासंघ अध्यक्ष सूर्यप्रकाश राणाकोटी ने जनवरी 2024 से निगम कर्मचारियों के बढ़े हुए महंगाई भत्ते (डीए) की मांग की । इसके अलावा कई और मांगों को भी सीएम के सामने रखा।

CM का आश्वासन, जल्द होगा DA का भुगतान

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महासंघ को आश्वासन दिया कि यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि निगमकर्मियों को समय पर सभी लाभ मिले।डीए का भुगतान जल्द किया जाएगा। उन्होंने सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव को जल्द बढ़ा हुआ डीए सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है।उधर, उत्तराखंड में दैनिक वेतन, संविदा, पीटीसी और उपनल कर्मियों के नियमितीकरण की मांग को लेकर राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने 3 सितंबर को सचिवालय कूच का ऐलान किया है।

अन्य प्रमुख मांगे

  • जल संस्थान कर्मियों को हाईकोर्ट के आदेश पर पेंशन का लाभ मिले।
  • जीएमवीएन में एसीपी और स्टाफिंग पैटर्न का लाभ लागू हो।
  • रोडवेज में एक मई 2022 के बाद के मृतक आश्रितों को भी नियमित सेवा प्रदान की जाए।
  • वर्ष 4996 से स्वजल में कार्यरत कर्मचारी किए जाएं नियमित।
  • दुग्ध विकास संघ कर्मचारियों को मिले डीए और सातवें वेतनमान का लाभ।
  • वन विकास निगम में अधिकारियों की कमी को पूर्व की तरह प्रतिनियुक्ति से दूर किया जाए।
  • रोडवेज में खाली पदों पर तेजी से चले भर्ती अभियान।
  • विकास प्राधिकरणों में यूपी की तरह लागू हो पेंशन व्यवस्था।
  • वन निगम में कार्यरत स्केलर संवर्ग को शैक्षिक योग्यता के आधार पर मिले ग्रेड वेतन 2 हजार का लाभ।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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