दरअसल, 10 अप्रैल को उपचुनाव के कांग्रेस प्रत्याशी मंगराज ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उनका भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था।मंगलवार को उनके स्वस्थ्य होने की खबर भी सामने आई थी, मगर आज बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी की मौत हो गई। अपोलो अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी राकेश राय ने कांग्रेस उम्मीदवार के निधन की पुष्टि की ।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Odisha Chief Minister Naveen Patnaik), राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल (Governor Prof. Ganeshi Lal) , केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बैजयंत पंडा, संबित पात्र आदि नेताओं ने दुख प्रकट किया है। निधन की खबर सुनते ही कांग्रेस व बीजद के कई बड़े नेता अस्पताल पहुंचे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा विधायक सुर राउतराय, तारा प्रसाद बहिनीपति, रमेश जेना आदि तमाम नेताओं ने दुख प्रकट किया है।
ओडिशा के सीईओ सुशील लोहानी द्वारा एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बताया है कि उपचुनाव मतदान स्थगित कर दिया गया है, हम सभी विवरणों के साथ चुनाव आयोग सूचित कर रहे हैं। चुनाव के लिए अगली तारीख तय करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के उम्मीदवार की मृत्यु हो गई है, उसे नामांकन दाखिल करने का एक और मौका मिलेगा।जल्द ही अलग तिथि की घोषणा की जाएगी। जिला रिटर्निंग अधिकारी की रिपोर्ट मिलने के बाद इस संदर्भ में आगे का कदम उठाया जाएगा।
बता दे कि पिपिलि विधानसभा क्षेत्र (Pipili Assembly Constituency) में बीजद विधायक प्रदीप महारथी (BJD MLA Pradeep Maharathi) के निधन के बाद उपचुनाव होना है।कांग्रेस ने मंगलराज को अपना उम्मीदवार बनाया था। अजित मंगराज के निधन की खबर सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।मंगराज के निधन के बाद 17 अप्रैल को होने वाले पिपिलि विधानसभा क्षेत्र के चुनाव टालने के कयास लगाए जा रहे है।
गौरतलब है कि अजित मंगराज स्थानीय क्षेत्र के एक अच्छे नेता थे। 2019 विधानसभा चुनाव में भी वह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे। तब उन्हें 9800 वोट मिला था। लोगों के साथ उनका बहुत अच्छा सम्पर्क था। यही कारण है कि कांग्रेस उन पर भरोसा करती थी।
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