आवेदन के साथ साहसिक कार्य का 250 शब्दों का विवरण होना चाहिए और संबंधित समाचार पत्र / पत्रिका समाचार, प्राथमिकी या पुलिस डायरी के साथ जन्म तिथि को प्रमाणित करने वाला एक प्रमाण पत्र होना चाहिए। इसके अलावा प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य, पंचायत अध्यक्ष, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं राज्य बाल कल्याण समिति अध्यक्ष/महासचिव से दो व्यक्तियों की अनुशंसा होनी चाहिए।
आवेदन पूर्ण कर 15 अक्टूबर तक भारतीय बाल कल्याण परिषद, 4 दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली 110002 पर भेजना होगा।
पदक के साथ इनामी राशि का भी प्रावधान
इस दौरान स्वर्ण और रजत पदक और प्रमाण पत्र के अलावा, विजेताओं को नकद पुरस्कार भी मिलेगा। इसमें कुल 25 पुरस्कार दिए जाते हैं, जिनमें भारत पुरस्कार 1 लाख रुपये, ध्रुव, मार्कंडेय, श्रवण, प्रह्लाद, एकलव्य और अभिमन्यु के साथ 75,000 रुपये और 40,000 रुपये के सामान्य पुरस्कार शामिल हैं। पदक और पुरस्कार के अलावा, योग्य बच्चों को स्कूली शिक्षा के लिए वित्तीय खर्च और आगे की डिग्री, स्नातकोत्तर और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्ति सहित अध्ययन खर्च प्राप्त होगा। साहसी बच्चों को दिल्ली में एक समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
इस तरह होगी चयन प्रक्रिया
पुरस्कार के लिए पिछले दो वर्षों के दौरान किए गए जीवन रक्षक कार्य पर विचार किया जाएगा। पुरस्कारों में सर्वोत्तम जीवन रक्षा पाठक, उत्तम जीवन रक्षा पाठक और जीवन रक्षा पाठक शामिल हैं। यह पुरस्कार डूबने की दुर्घटना, आग, बिजली का झटका, भूस्खलन, जानवरों के हमले, खदान दुर्घटना आदि से संबंधित जीवन रक्षक कार्रवाई पर विचार करेगा। 1 अक्टूबर, 2020 से पहले की घटनाओं पर विचार नहीं किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए आवेदक नजदीकी तालुक कार्यालय से संपर्क कर सकते है।